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पर्यावरण संरक्षण धार्मिक परंपरा व संस्कृति का हिस्सा : एसपी

गुमूला पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण धार्मिक परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। पेड़-पौधे के साथ प्रकृति प्रदत्त नदी पर्वत की पूजा विधि इसका प्रमाण है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Aug 2019 08:51 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 08:51 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण धार्मिक परंपरा व संस्कृति का हिस्सा : एसपी
पर्यावरण संरक्षण धार्मिक परंपरा व संस्कृति का हिस्सा : एसपी

संवाद सूत्र, गुमला : पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण धार्मिक परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। पेड़-पौधे के साथ प्रकृति प्रदत्त नदी पर्वत की पूजा विधि इसका प्रमाण है। शनिवार को गुमला के सरस्वती विद्या मंदिर में पर्यावरण संरक्षण के लिए आयोजित कार्यक्रम में पौधारोपण के बाद बच्चों को संबोधित करते हुए एसपी ने उक्त बातें कही। कहा कि पेड़ पौधे नदी पर्वत की पूजन परंपरा प्राचीन काल से चलता आ रहा है। तुलसी एवं अन्य पेड़ पौधों की पूजा पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ धार्मिक एवं संस्कृति का हिस्सा बन गया है। समय के जीवन शैली में आ रहे परिवर्तन से समाज की पारंपरिक व्यवस्था में दरार आ गई है। जाने अनजाने में हम प्रकृति का दोहन कर रहे हैं। हम ग्लोबल वार्मिंग के शिकार हो रहे हैं। हरियाली नष्ट हो रहा है।

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भूर्गभीय जल स्तर में गिरावट आ रही है। उन्होंने संपूर्ण विश्व के संरक्षण के लिए पौधारोपण को अभियान के रूप में लेने और इसे जन आंदोलन का रूप देने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर जिला प्रचारक अजय कुमार, वार्ड पार्षद शैल मिश्रा, प्रभात कुमार, विजय बहादुर सिंह, उपाध्यक्ष रामविलास साहू, सचिव त्रिभुवन शर्मा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर एसपी ने महोगनी, चंदन एवं शमी के पौधे लगाए। बच्चों ने गीत व अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुनील कुमार पाठक, योगेंद्र मलिक, प्रवीण कुमार, अमित कुमार, अनुज कुमार, सुदर्शन शर्मा, रविद्र महापात्र, संजीव कुमार दुबे, सुनीता प्रियदर्शनी, अन्नपूर्णा देवी, सविता कुमारी, दीपिका कुमारी, आशा कुमारी, देवंती देवी आदि उपस्थित थे।

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