विधायक ने सरना धर्म कोड सहित कई मांगों को लेकर सरकार को घेरा
झारखंड विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को लोहरदगा के विधायक सुखदेव भगत ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का काम किया।
लोहरदगा : झारखंड विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को लोहरदगा के विधायक सुखदेव भगत ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का काम किया। विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही विधायक ने विधानसभा के बाहर सरना धर्म कोड की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 80 लाख लोग सरना धर्म को मानने वाले हैं। आदिवासियों की प्राकृतिक आस्था, पूजा पद्धति और विशिष्ट रीति-रिवाज के संरक्षण को लेकर राज्य सरकार को जनगणना कॉलम में सरना धर्म कोड को शामिल करने की अनुशंसा केंद्र सरकार से करना चाहिए। विधायक ने सदन में तारांकित प्रश्न के दौरान चालू वित्तीय वर्ष में महज 44.43 प्रतिशत राशि खर्च होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति में 3 माह से भी कम का समय बचा हुआ है। ऐसे में राशि खर्च नहीं होगी, जिससे राशि को सरेंडर करना पड़ेगा। इससे राज्य का विकास भी प्रभावित होगा। इसके लिए आखिर दोषीवार कौन है। इसके लिए दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई निश्चित रूप से होनी चाहिए। यह राज्य के लिए ¨चता विषय है। इस मामले में विभागीय मंत्री अमर बाउरी कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। विधायक ने विधानसभा पटल पर झारखंड के 978 आदिवासी बहुल गांव में पेयजल की सुविधा नहीं होने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि इन गांव में पेयजल की सुविधा नहीं होने से आदिवासी समाज के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। विधायक ने झारखंड प्रशासनिक सेवा के 592 पद रिक्त होने का मामला भी विधानसभा में उठाया। विधायक ने कहा कि पद खाली रहने से राज्य का विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों को लंबे समय से प्रोन्नति नहीं मिली है। उन्होंने जेपीएससी की मुख्य परीक्षा को रद्द करने की भी मांग की। विधायक ने ध्यानाकर्षण प्रश्न के दौरान राज्य के खनिज संपदा से जुड़े छोटे-छोटे पत्थर व्यवसायियों एवं अन्य कार्यों से जुड़े व्यवसायियों की रक्षा को लेकर पांचवी अनुसूची एवं पेशा कानून का पालन करने की मांग की। विधायक ने सरकार से यहां के व्यवसाय और व्यवसायियों की रक्षा करने की मांग की।