रामनारायण सिंह रोहिल्ला के निधन पर शोक
गांधीजी के विचारधारा को आत्मसात करने वाले वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता सह स्वतंत्रता
जासं,सिमडेगा:गांधीजी के विचारधारा को आत्मसात करने वाले वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता सह स्वतंत्रता सेनानी गंगा विष्णु रोहिल्ला के पुत्र रामनारायण सिंह रोहिल्ला अब नहीं रहे। उन्होंने सिमडेगा स्थित आवास में शनिवार की मध्यरात्रि के बाद 2 बजे अंतिम सांस ली। वे जिला कांग्रेस के लिए एक वटवृक्ष के जैसे थे। जिन्होंने पूराजीवन कांग्रेस के लिए अर्पित कर दिया। वे आजीवन संघर्ष,समर्पण,संवेदना,सहृदय
एवं सहनशीलता को अपनाए रखा। यही कारण है कि उन्होंने जब 80 वर्ष की आयु में दुनिया को सदा के लिए अलविदा किया तो न केवल कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता,बल्कि पूरे सिमडेगावासियों में शोक छा गया।
प्रथम आजादी के उत्सव में शामिल हुए थे रोहिल्ला
सिमडेगा :कांग्रेस पार्टी के सिमडेगा प्रखंड अध्यक्ष सह स्वाधीनता सेनानी स्व. गंगा विष्णु रोहिल्ला के पुत्र राम नारायण रोहिल्ला ने आजादी मिलने पर सिमडेगा में 15 अगस्त 1947 को हुए कार्यक्रम में न सिर्फ सशरीर शामिल हुए थे, वरन स्टेज पर, सावधान हो धरा सुनो, यह सबसे पहला नारा है, दूर हुआ अब दुष्ट फिरंगी, देश स्वतंत्र हमारा है। गीत भी गाया था।इधर रामनारायण सिंह रोहिल्ला जैन महासभा एवं क्षत्रीय महासभा के संरक्षक भी रहे थे।वे कांग्रेस में प्रखंड अध्यक्ष एवं सिमडेगा जिला अध्यक्ष भी रहे थे। वे कांग्रेस के हर कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेते थे।उन्होंने जीवनपर्यंत सादगी को अपनाए रखा। कुछ वर्ष पूर्व तक उन्होंने खुद का सिला हुआ ही कुरता पहनते थे।
अभिभावक के रूप में थे रोहिल्ला: विधायक
जासं,सिमडेगा:वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सह पूर्व जिलाध्यक्ष राम नारायण सिंह रोहिल्ला के निधन पर सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव डा अजय शाहदेव ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया है।शोक व्यक्त करते हुए विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि कांग्रेस के अभिभावक तुल्य सह कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राम नारायण सिंह रोहिल्ला का निधन काफी दु:खद है। हमने राम नारायण सिंह रोहिल्ला के रूप में कांग्रेस के अभिभावक को खो दिया है। कांग्रेस की नींव मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है
हाकी संघ के अध्यक्ष ने जताया शोक
जासं,सिमडेगा: हाकी संघ के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी ने कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता रामनारायण सिंह रोहिल्ला के निधन पर शोक जताया है।उन्होंने कहा कि वे अपने राजनीतिक पार्टी के लिए समर्पित थे।उन्होंने पार्टी के लिए हमेशा सच्चा कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया। सब्जी की दुकान हो या खेत खलिहान।वे हमेशा अपनी पार्टी के अच्छे कार्यों को ही लोगों के बीच चर्चा करते थे।