फल-फुल व पूजन सामग्री की खूब हुई बिक्री
उपासना का महापर्व छठ को लेकर सोमवार को शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में चहल-पहल के साथ पूरे दिन रौनक छाई रही। शहरी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सड़क
लोहरदगा : उपासना का महापर्व छठ को लेकर सोमवार को शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में चहल-पहल के साथ पूरे दिन रौनक छाई रही। शहरी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सड़क के दोनों किनारे लगी दुकानों पर छठ पर्व को लेकर फल एवं पूजन सामग्री की दुकान सजी थी, जहां पर लोगों ने अपने जरूरत के अनुसार फल एवं अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी की। बाजारों में मुख्य रूप से फल, पूजन सामग्री, बर्तन दुकान, सूप-दौरा, ईख आदि की दुकानें लगी थी, जहां लोगों की भीड़ ज्यादा देखी गई। पिछले वर्ष की तुलना में फलों की कीमतों में आशा अनुरूप काफी बढ़ोत्तरी थी, बावजूद फलों की बिक्री में कोई कमी नहीं आई। शहरी क्षेत्र के बाजार में केले का भाव 300-1000 रुपए कांधी तक रहा। इसी तरह सेब 80-120 रुपए, अनार 100-150 रुपए, संतरा 60-80 रुपए, शरीफा 60-75 रुपए, मटर 300-400 रुपए किलो, पानी फल 8-100 रुपए किलो, बैर 50 रुपए, पनियाला 60 रुपए, मूली 30-50, गाजर 30-40 रुपए, अदरक 60-70 रुपए, बादाम 80 रुपए, कबरंगा 80 रुपए, अमरूद 25 रुपए प्रति किलो, ईख 10-25 रुपए, डंभा 20-25 रुपए, नारियल 20-50 रुपए प्रति पीस की दर से बिक्री हुई। इसके अलावा शकरकंद, जमेरी नींबू आदि की कीमतों में भी उछाल देखा गया। इसी तरह गेंदा फल की बिक्री 10-20 रुपए प्रति लरी के हिसाब से बिका। शहर के गुदरी बाजार, अपर बाजार, महावीर चौक, मिशन चौक, बरवाटोली चौक से लेकर पावरगंज एवं रेलवे क्रा¨सग, मैना बगीचा आदि स्थानों पर फल एवं पूजन सामग्रियों की दुकानें सजी थी। मुख्य सड़क पर लोगों की भीड़-भाड़ का आलम यह रहा कि फल-फूल एवं पूजन सामग्री खरीदने के बाद लोगों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। छठ पूजा महोत्सव के कारण शहर का रंग बिल्कुल छठमय हो गया। छठ पूजा की परंपरा प्रत्येक वर्ष बढ़ती जा रही है। इसके कारण व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ छठ घाटों पर उमड़ने की उम्मीद है। छठ पूजा समितियों द्वारा महत्वपूर्ण सड़कों के इर्द-गिर्द प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था की गई है।