ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सता रही पेयजल की चिता
पलामू में पेयजल की चिंता बढ़ी
संवाद सहयोगी, लोहरदगा : लॉकडाउन के कारण लोगों के समक्ष पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पेयजल की चिता सता रही है। गर्मी के शुरू होने के साथ ही ज्यादातर हैंडपंप खराब होने के कारण लोगों को पेयजल का संकट चितित करने लगा है। नदी और पहाड़ी नाले अभी से ही सुखने लगे हैं। लोगों की जरूरत को पूरा करने को लेकर सरकार अपने स्तर से प्रयास कर रही है। इसमें खाद्यान्न और अन्य जरूरी सामान हैं। ऐसे में सरकार और स्थानीय प्रशासन को वर्तमान समय में गहराते पेयजल संकट की ओर भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। लॉक डाउन की वजह से लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे। ऐसे में पीएचईडी को पेयजल व्यवस्था को मजबूत करने को लेकर प्रयास करने की जरूरत है। गांव में खराब पड़े हैंडपंप की मरम्मत के साथ-साथ सोलर आधारित जलापूर्ति योजना की मरम्मत भी करानी होगी। ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में सोलर आधारित जलापूर्ति योजनाएं भी खराब पड़ी हुई है। यदि पेयजल संकट की वजह से लोगों को घर से बाहर निकलना पड़ा तो लॉक डाउन और शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन होगा। सरकार प्रशिक्षित तकनीकी कर्मियों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में खराब पड़े जलापूर्ति योजनाओं को तत्काल दुरुस्त कराने को लेकर पहल कर सकती है। इसके लिए पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कर्मियों की मदद ले सकती है। यदि समय रहते इसका निराकरण हो गया तो आने वाले समय में लोगों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।