सितंबर में समझौता लागू नहीं तो उग्र प्रदर्शन
लोहरदगा पारा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। जमकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : मांगों को लेकर पारा शिक्षकों ने रविवार को शहर में प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों पर बल दिया। साथ ही प्रदर्शन के माध्यम से सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट कराया। डीसी कार्यालय के समक्ष सभा आयोजित कर अपनी मांगों और समस्याओं पर चर्चा की। पारा शिक्षकों ने सरकार के वादा खिलाफी से नाराज होकर आक्रोश मार्च सह न्याय यात्रा निकाली। ललित नारायण स्टेडियम से निकलकर अपर बाजार होते हुए डीसी कार्यालय तक पहुंची। न्याय यात्रा में पारा शिक्षक सरकार के वादाखिलाफी के विरोध में नारे लगा रहे थे। पारा शिक्षक तख्ती लेकर न्याय यात्रा में शामिल हुए। जिसमें 17 जनवरी 2019 के वार्ता को अविलंब लागू करने, अन्य राज्यों की तरह स्थायीकरण और वेतनमान, रघुवर दास न्याय करो लिखा हुआ था। पारा शिक्षक तिरंगा झंडा भी साथ लेकर चल रहे थे। सरकार की गलत नीतियों की पर्ची छपवा कर भी जनता के बीच वितरण किया गया। डीसी कार्यालय के समक्ष पारा शिक्षकों ने सभा की। सभा में जिला अध्यक्ष जसीम अंसारी ने कहा कि सरकार ने जो लिखित समझौता किया था, उसे 5 सितंबर तक लागू नहीं करती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। बिहार से ही हम लोग अलग हुए थे और बिहार में स्थायीकरण, वेतनमान है। झारखंड के साथ छत्तीसगढ़ अलग हुआ, छत्तीसगढ़ में भी स्थायीकरण-वेतनमान है। इस तरीके से हिदुस्तान के अन्य राज्यों ने स्थायीकरण-वेतनमान है तो हमारा झारखंड में क्यों नहीं। यह सरकार हमें ठगने की काम कर रही है। जिसको लेकर के हम लोग आक्रोशित हैं और उग्र आंदोलन करने की तैयारी में हैं। मौके पर सैंकड़ों की संख्या में पारा शिक्षक शामिल थे।