बेनतीजा रही इंटेक वेल निर्माण विवाद की बैठक
कुडू प्रखंड के सुकुरहुटु नंदनी नदी में इंटेक वेल बना कर पेयजल आपूर्ति की योजना में विवाद को फिर एक बार प्रशासनिक अधिकारी सुलझा नहीं पाए। मंगलवार को पीएचईडी के अधिकारी सीओ के समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। अब कोलसिमरी पंचायत के मुखिया जतन भगत फिर एक बार ग्रामीणों के
कुडू (लोहरदगा) : कुडू प्रखंड के सुकुरहुटु नंदनी नदी में इंटेक वेल बना कर पेयजल आपूर्ति की योजना में विवाद को फिर एक बार प्रशासनिक अधिकारी सुलझा नहीं पाए। मंगलवार को पीएचईडी के अधिकारी, सीओ के समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। अब कोलसिमरी पंचायत के मुखिया जतन भगत फिर एक बार ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे। ग्रामीणों के विवाद के कारण योजना लंबित पड़ी हुई है। नंदनी नदी में इंटेक वेल बना कर कैरो पंचायत के दो गांव और कोलसिमरी पंचायत के गांवों में पानी की आपूर्ति करने को लेकर योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। सुकुरहुटु के ग्रामीण कैरो पंचायत के दो गांव में पेयजल आपूर्ति का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके क्षेत्र के लिए ही पानी कम पड़ेगा तो कैरो के गांव के लोगों के लिए पानी कहां से आएगा। सुकुरहुटु गांव के ग्रामीणों के साथ मंगलवार को कुडू सीओ कमलेश उरांव, पेयजल स्वच्छता विभाग के एसडीओ राजकुमार, जेई सुमन खलखो, मुखिया जतन भगत ने बैठक की। कई घंटे वार्ता के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया। अब मुखिया जतन भगत अलग से ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे। इससे पूर्व विगत 4 दिसंबर 2018 को अधिकारियों और उमरी गांव के ग्रामीणों के बीच घंटो चली वार्ता के बावजूद अधिकारियों की एक नहीं चली थी और उन्हें निराश लौटना पड़ा था। ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कुडू प्रखंड के कोलसिमरी पंचायत और कैरो प्रखंड के कैरो और उतका गांव तक पाइप लाइन बिछाकर पेयजल उपलब्ध कराने की विभाग ने योजना बनाई थी। इसके लिए उमरी गांव के नीचे नदी पर इंटेक वेल स्थापित किया जाना था, परंतु ग्रामीणों के लगातार विरोध के बाद इंटेक वेल सुकुरहुट्टू नंदनी नदी में बनाने के लिए स्थल निरीक्षण किया गया। उक्त स्थान पर इंटेक वेल बनाने को ले ग्रामीणों ने भी अपनी सहमति भी जताई थी। जैसे ही वहां इंटेक वेल बनाने का काम शुरू किया गया, सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीण महिला-पुरुष ने कार्यस्थल पर पहुंचकर कार्य बंद करा दिया था। अब तक विवाद सुलझा नहीं है। मौके पर उप मुखिया अरविद सिंह, ग्राम प्रधान रोहित उरांव, एसएम सबरेज आलम के अलावा कई ग्रामीण महिला-पुरुष उपस्थित थे।