माओवादियों का पैसा निवेशक गिरफ्तार, कई सामान बरामद
लोकसभा चुनाव से पहले लोहरदगा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।माओवादियों का पैसा निवेशक गिरफ्तार कई सामान बरामद
जागरण संवाददाता, लोहरदगा। लोकसभा चुनाव से पहले लोहरदगा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के पैसे को निवेश करने वाले एक सफेदपोश को कारतूूूस, विस्फोटक, नक्सली सामग्री और अन्य सामान के साथ धर दबोचा है।
लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के मेरम टोली निवासी स्वर्गीय सनिया उरांव का पुत्र विनोद उरांव नक्सली समर्थक और नक्सलियों के इंवेस्टर के रूप में पिछले 10 साल से काम कर रहा था। विनोद उरांव को किस्को थाना क्षेत्र के डटमा गांव से गिरफ्तार किया गया है। विनोद के पास से प्वाइंट 315 के पांच कारतूस, तीन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 800 ग्राम विस्फोटक पाउडर, एक नक्सली साहित्य और एक थैला बरामद किया गया है। पूछताछ में विनोद ने पुलिस के समक्ष कई राज उगले हैं।
एसपी प्रियदर्शी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि विनोद उरांव डटमा गांव में घूम रहा है। उसके पास थैले में कुछ संदिग्ध सामान भी है। वह माओवादी संगठन का प्रचार-प्रसार कर रहा है। इसके बाद एसपी ने किस्को थाना प्रभारी जगरनाथ उरांव, सीआरपीएफ 158 बटालियन के सुबेदार मेजर नागेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम गठित कर कार्रवाई का निर्देश दिया। जिसके बाद टीम के सदस्य किस्को थाना प्रभारी जगरनाथ उरांव, सीआरपीएफ 158 बटालियन के सुबेदार मेजर नागेंद्र प्रसाद, किस्को थाना के सअनि असर्फी बहेलिया, किस्को थाना के गार्ड एंव सीआरपीएफ के जवानों ने विनोद को धर दबोचा।
उसके पास से उक्त सामान बरामद किया गया। विनोद पहने माओवादी संगठन के रीजनल कमांडर नकुल यादव के लिए काम करता था। नकुल के आत्मसमर्पण करने के विनोद माओवदी रीजनल कमेटी सदस्य रविंद्र गंझू के लिए काम कर रहा था। विनोद हाल के समय में रविंद्र गंझू और अन्य नक्सलियों के पैसे को बाक्साइट माइंस में निवेश करने का काम करता था। साथ ही विकास योजनाओं में काम करने वाले संवेदकों से पैसा वसूल कर रविंद्र गंझू के पास पहुंचाता था। पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।