कर्फ्यू में ढील के दौरान मुस्तैदी, हर व्यक्ति पर रही नजर
लोहरदगा में कर्फ्यू में चार घंटे ढील दी गई।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : लोहरदगा जिला शांति के रास्ते पर चल पड़ा है। विगत 23 जनवरी को हुई हिसक घटना के बाद लगाए गए कर्फ्यू में सबसे अधिक ढील प्रदान करते हुए बुधवार को 4 घंटे के लिए ढील दी गई। जिला प्रशासन द्वारा समीक्षा के उपरांत बुधवार को सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील प्रदान की गई थी। इस दौरान लोग सड़क पर निकले और जरूरी सामानों की खरीद की।
कर्फ्यू में 4 घंटे की मिली ढील के दौरान भी लोगों ने संयम और धैर्य का परिचय दिया। धीरे-धीरे अब लोहरदगा अमन और शांति के रास्ते पर बढ़ चला है। पुलिस के शीर्ष अधिकारी से लेकर 1-1 जवान सड़क पर मुस्तैद है। कर्फ्यू में ढील के दौरान भी हर एक व्यक्ति पर नजर रखी गई। जरूरी सामान की खरीद के लिए ही लोगों को घर से बाहर निकलने की इजाजत दी गई थी। पुलिस का सर्च अभियान और भी ज्यादा तेज हो गया है। हर एक बिदु पर पुलिस जांच कर रही है।
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21 को जेल, 55 से भरवाया बांड पत्र :
लोहरदगा में हिसक घटनाओं को लेकर अब तक 21 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। जबकि 55 लोगों से बंध पत्र भरवाया गया है। इन लोगों के खिलाफ भी जांच चल रही है। सुरक्षा सहित तमाम विषयों को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार काम कर रही है। रांची जोन के आइजी नवीन कुमार सिंह, डीआइजी एवी होमकर, डीसी आकांक्षा रंजन, एसपी प्रियदर्शी आलोक सहित अन्य अधिकारी लगातार समीक्षा बैठक कर हालात की समीक्षा करने में जुटे हुए हैं। आइजी नवीन कुमार सिंह और डीआइजी एवी होमकर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए वस्तु स्थिति की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश भी दे रहे हैं। रात के समय भी अधिकारियों का लगातार दौरा जारी है।
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ग्रामीण इलाकों में चला सर्च अभियान
ग्रामीण इलाकों में भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है। जिससे कि लोग को सुरक्षित माहौल मिल सके। कर्फ्यू में ढील के दौरान लोग जरूरी सामान की खरीद के लिए घर से बाहर निकले। इस दौरान लोगों ने सब्जी, दवा, रसोई गैस सहित अन्य सामानों की खरीद की। पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार अनुरोध किया जा रहा था कि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकले। जिन्हें जरूरी सामानों की खरीद करनी है, वहीं कर्फ्यू में ढील के दौरान सड़क से बाहर निकल कर आएं। पुलिस प्रशासन के जवान अलग-अलग क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाए हुए हैं। अधिकारियों को लगातार क्षेत्र में भ्रमण का निर्देश जारी किया गया है।
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ड्रोन कैमरे व सीसीटीवी से निगरानी :
लोहरदगा जिले में ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी के माध्यम से भी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस प्रशासन ने कई क्षेत्रों में कुछ एक बिदुओं पर गहनता से जांच की है। आने वाले समय में इन बिदुओं को लेकर पुलिस कार्यवाही की ओर भी कदम बढ़ा सकती है। शांति व्यवस्था के माध्यम से लोहरदगा के जनजीवन को सामान्य बनाने को लेकर पुलिस के शीर्ष अधिकारी और स्थानीय पुलिस प्रशासन 24 घंटे काम कर रही है। जिले में विगत 96 घंटे से भी ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की हिसक घटना नहीं हुई है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस भी ली है। लोगों से इसी प्रकार से शांति व्यवस्था में सहयोग करने की अपील भी की गई है। विगत 23 जनवरी को हुई हिसक घटना के बाद जो क्षति हुई थी उसे लेकर भी जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दी गई है। एसआइटी के माध्यम से जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है।