लोहरदगा की सुगंध से महक रहा परदेश
लोहरदगा की सुगंध कुमारी मनवा रही प्रतिभा की लोहा
राहुल कुमार चौधरी,
कुडू (लोहरदगा) : लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड अंतर्गत नवाटोली गांव निवासी अनिरुद्ध साहू की बेटी सुगंध माता-पिता का सिर ऊंचा कर रही है। लोहरदगा की सुगंध परदेश में फैल रही है।
कुडू प्रखंड क्षेत्र के नवाटोली निवासी अनिरुद्ध साहू की 14 साल की बेटी सुगंध कुमारी ने प्रतिभा के दम पर देश ही नहीं परदेश में भी देश का नाम रोशन किया है। कराटे खेल के माध्यम से सुगंध ने भूटान और श्रीलंका में तो सफलता के झंडे गाड़े ही हैं, आने वाले 2 साल में जापान और केन्या में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता के लिए भी सुगंध का चयन हुआ है।
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दसवीं से शुरू किया था सीखना
कुडू प्रखंड के होली फेथ पब्लिक स्कूल में दसवीं की छात्रा सुगंध कुमारी ने वर्ष 2016 में कराटे सीखना शुरू किया था। लोहरदगा विद्यालय खेल संघ के सचिव सह प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह ने सुगंध को प्रशिक्षित करना शुरू किया। धीरे-धीरे कर सुगंध ने अपनी सफलता के झंडे गाड़ने शुरू कर दिए। साल 2016 में ही हरियाणा में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में 1 स्वर्ण पदक, साल 2017 में दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में एक रजत पदक, जमशेदपुर में आयोजित प्रतियोगिता में 1 स्वर्ण पदक, साल 2018 में रामगढ़ में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में 2 स्वर्ण पदक, इसी साल नागपुर में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में 2 स्वर्ण पदक जीतने वाली सुगंध ने अपने प्रदर्शन से अपने आने वाले कल की तस्वीर बना दी है।
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आर्थिक तंगी नहीं बनी बाधा
साल 2018 में भूटान में आयोजित एशिया कप कराटे प्रतियोगिता के लिए सुगंध का चयन हुआ तो वहां तक जाने में आर्थिक परेशानी बाधा बनकर खड़ी थी। ऐसे में पिता ने अपनी आर्थिक कमजोरियों के बावजूद बेटी का हौसला बढ़ाया। दूसरे लोगों ने भी साथ दिया। सुगंध ने भी सभी को निराश नहीं किया। उसने भूटान में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। इसी के आधार पर साल 2019 के मई महीने में श्रीलंका में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में सुगंध का चयन हुआ।
सुगंध ने श्रीलंका में आयोजित कराटे प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीता।
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केन्या व जापान में भी दिखा का जलवा
विगत प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर सुगंध का चयन साल 2020 में केन्या और मई 2021 में जापान में आहूत अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। सुगंध के पिता अनिरुद्ध साहू कहते हैं बेटी तो लक्ष्मी है, लक्ष्मी का सम्मान ना किया तो जीवन में आगे कैसे बढ़ पाएंगे। सुगंध भी अपने पिता के सपनों को साकार करने को लेकर जी तोड़ मेहनत करने की बात कहती है। वह कहती है सफलता की शुरुआत ही उसके पिता के हौसलों से हुई है, अभी उड़ान बाकी है।