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आत्मरक्षा के साथ रोजगार का साधन भी है जूडो

लोहरदगा :  जिला स्तर पर जूडो प्रतियोगिता का आयोजन रविवार को जेएमएमएस स्कूल में हुआ। इसका शुभारंभ परा

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 06:46 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 06:46 PM (IST)
आत्मरक्षा के साथ रोजगार का साधन भी है जूडो
आत्मरक्षा के साथ रोजगार का साधन भी है जूडो

लोहरदगा :  जिला स्तर पर जूडो प्रतियोगिता का आयोजन रविवार को जेएमएमएस स्कूल में हुआ। इसका शुभारंभ परांपरागत तरीके से किया गया।

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मौके पर झारखंड जूडो एसोसिएशन के महासचिव परीक्षित तिवारी ने कहा कि जूडो एक ऐसी मार्शल आर्ट है जो लोगों को आत्मरक्षा के साथ-साथ रोजगार के साधन भी प्रदान करती है। जूडो के माध्यम से बच्चों ने झारखंड का नाम ही रौशन नहीं किया बल्कि अन्य राज्यों में बेहद काम भी किया है।

तिवारी ने कहा कि जूडो सीखकर खुद के साथ ही दूसरों की भी रक्षा कर सकेंगी। यदि छात्राएं आत्मरक्षा करने में सक्षम होगी तो उनके अभिभावक भी बेफिक्र रहेंगे। समाजसेवी सुषमा ¨सह ने कहा कि जूडो का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बेटियां हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करेंगी। शिविर का मुख्य उद्देश्य आने वाले समय में महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी है। शिविर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व कराटे सिखाओ का नारा बुलंद किया गया। कयूम खान ने कहा कि आत्मरक्षा के गुर सीखने के बाद महिलाएं अपनी रक्षा करने में स्वयं आत्मनिर्भर होती हैं। प्रतियोगिता के शुभारंभ मौके पर प्रतिभागियों ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए एक से बढ़कर हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया।  उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा के लिए जूडो-कराटे का प्रशिक्षण छात्र और छात्राओं के लिए बेहद जरूरी है। मौके पर त्रवण साहु, संजीव रंजन, अंशुमन कुमार, उपेंद्र कुमार के अलावे अन्य जूडो से जुड़े लोग मौजूद थे।


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