झारखंड में विकल्प के लिए चुनाव लड़ेगी जदयू : सालखन मुर्मू
लोहरदगा में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया को दी जानकारी
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : झारखंड राज्य गठन के 19 वर्षों बाद भी राज्य का अपेक्षित विकास नहीं हुआ। ऐसे में झारखंड की जनता को तय करना है कि आने वाले समय में वे किसके साथ हैं। भाजपा और झामुमो को झारखंड के विकास के लिए काफी समय मिला पर कुछ नहीं हुआ। जनता दल यूनाईटेड झारखंड को नई पहचान देगी। उक्त बातें शुक्रवार को होटल नोवेल्टी में मीडिया से बातचीत में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कही। उन्होंने कहा कि जदयू झारखंड में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नहीं, बल्कि विकल्प के लिए सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार देगी। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार ने शराबबंदी को सख्ती से लागू कर लोगों को सुकुन की जिदगी दी है। जबकि झारखंड की भाजपा सरकार खुद से शराब की बिक्री कर रही है। जिसका जदयू विरोध करती है। जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के खिलाफ बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएनटी-एसपीटी एक्ट की गला घोंटने में अर्जुन मुंडा का भी बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अर्जुन मुंडा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने मीडिया में यह बयान देकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की है कि हेमंत सोरेन ने आदिवासियों के साथ धोखा किया है, जबकि सच्चाई यह है कि जिस समय अर्जुन मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री थे उस समय उन्होंने खुद इस कानून का गला घोंटने का काम किया है। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के तीर निशान के चुनाव चिन्ह पर कहा कि जेएमएम ने इसका विरोध किया, जिसका नतीजा यह निकलेगा कि उस संगठन का चुनाव के बाद नामों निशान मिट जाएगा। जबकि झारखंड में ट्रैक्टर चलाता हुआ किसान छाप जदयू का चुनाव चिन्ह होगा।
सालखन मुर्मू ने कहा कि भाजपा और जेएमएम से जो सवाल किया हूं उसका जबाव उन्हें देना चाहिए। जेएमएम को बताना चाहिए कि पिता-पुत्र चार बार सीएम बने तो झारखंड के हित में नीतिगत क्या काम किया। सीएम रघुवर दास द्वारा सोरेन परिवार पर 500 करोड़ की जमीन खरीदने के आरोप के खिलाफ मानहानी का मुकदमा क्यों नहीं किया गया। भाजपा को बताना चाहिए कि तबरेज अंसारी के आरोपितों के विरुद्ध दर्ज हत्या का मुकदमा क्यों वापस लिया। ओबीसी को झारखंड में 27 प्रतिशत आरक्षण सरकार देगी या नहीं। बिहार की तर्ज पर झारखंड में शराबबंदी लागू होगा या नहीं। सीएनटी-एसपीटी एक्ट में गलत संशोधन करने के लिए सरकार आखिर मजबूर क्यों थी। उन्होंने कहा कि इस बार झारखंड की जनता विकल्प के तौर पर जदयू का साथ देगी। जदयू ही झारखंड के लिए स्टीक विकल्प है। मौके पर युवा जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रदेश प्रभारी कुणाल अग्रवाल, युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव निशा भगत, युवा जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार, अभय कुमार महतो, बृजमणी उरांव, एस. रहमान, निखिल अग्रवान आदि उपस्थित थे।