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जागरण विशेष: लोहरदगा में गर्मी से पहले सूखी नदी, तीन नहरें भी बंद; किसानों के सामने सिंचाई के पानी की समस्‍या

Irrigation Water Problem In Kairo गर्मी की शुरुआत होने से पहले ही इस वर्ष नदी सूख चुकी है। नंदिनी जलाशय से निकलने वाली तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है जिसके कारण नहर में पानी बंद कर दिया गया है। (फोटो जागरण- सि‍ंचाई को लेकर परेशान कि‍सान)

By Vikram ChouhanEdited By: Prateek JainPublished: Fri, 17 Mar 2023 04:57 PM (IST)Updated: Fri, 17 Mar 2023 04:57 PM (IST)
जागरण विशेष: लोहरदगा में गर्मी से पहले सूखी नदी, तीन नहरें भी बंद; किसानों के सामने सिंचाई के पानी की समस्‍या
कैरो में सि‍ंचाई को लेकर परेशान कि‍सान पारस महली।

कैरो (लोहरदगा), शंभू प्रसाद सोनी: गर्मी की शुरुआत होने से पहले ही इस वर्ष नदी सूख चुकी है। वहीं, नंदिनी जलाशय से निकलने वाली तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है, जिसके कारण नहर में पानी बंद कर दिया गया है। यह हाल है लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड का।

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नदी सूखने व नहर में पानी बंद रहने के कारण किसानों के समक्ष सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो रही है। किसानों द्वारा वर्तमान में गेंहू, गोभी, हरी मिर्च, टमाटर, सरसों सहित अन्य फसलें लगाई गई हैं।

नदी में कुंआ खोदकर पटवन कर रहे किसान

कुछ किसान दूर-दराज से पानी की व्यवस्था कर व नदी में कुंआ खोदकर किसी प्रकार फसल को बचाने के लिए पटवन कर रहे हैं। कैरो प्रखंड क्षेत्र के 90 प्रतिशत लोग कृषि पर आश्रित हैं।

वहीं, कैरो प्रखंड में कुल 14388.83 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें 8100.83 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है। कैरो प्रखंड के नंदिनी जलाशय से निकलने वाली तीन नहरों से 4811.99 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करने का लक्ष्य निर्धारित है।

तीनों नहरों से कैरो, उतका, नायाटोली, खंडा, एड़ादोन सहित अन्य गांव के किसानों को सिंचाई सुविधा मिलती है। प्रखंड क्षेत्र में नहर से निर्धारित लक्ष्य के लगभग 80 प्रतिशत भाग में खेती की जाती है। ऐसे में गर्मी के दिनों में सिंचाई की समस्या और भी बढ़ जाती है।

कैरो प्रखंड क्षेत्र में सिंचाई का मुख्य स्रोत नंदिनी नदी व नहर है। नदी गर्मी से पहले से सूखने की कगार पर है। वहीं, तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य चलने के कारण पानी दो वर्षों के लिए बंद कर दिया गया है, जिसके कारण लगभग 50 एकड़ में लगी फसल को लेकर समस्या उत्पन्न हो गई है।

क्या कहते हैं कैरो प्रखंड क्षेत्र के किसान

कैरो (लोहरदगा) : कैरो के नायाटोली गांव निवासी किसान मोकिम आलम खान का का कहना है कि दूर-दराज से पानी का जुगाड़ करना पड़ता है, अगर सरकार द्वारा पाइप मिल जाता तो सिंचाई के लिए परेशानी कम होती।

नहर का जीर्णोद्धार कार्य होने के कारण पानी बंद कर दिया गया है, क्षेत्र में सिंचाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशानी उठानी पड़ती है।

वहीं, किसान पारस महली का कहना है कि नहर में पानी रहने से काफी हद तक किसानों को सिंचाई सुविधा मिलती है। किसानों को सिंचाई सुविधा नहीं मिलने के कारण फसल भी नहीं लगाते हैं। जिसके कारण किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

बीडीओ का यह कहना

नहर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है, सिंचाई की समस्या क्षेत्र में है। मनरेगा से सिंचाई कूप, डोभा सहित अन्य योजनाओं का क्रियांवन हो रहा है। जल संरक्षण को लेकर लगातार लोगों को जागरूक किया जाता है। अगर सभी लोग जल संरक्षण में ध्यान देंगे तो काफी हद तक समस्या का समाधान हो सकता है। - पवन कुमार महतो, बीडीओ, कैरो


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