लोहरदगा में भारत बंद रहा बेअसर
3 प्वांट रोस्टर सिस्टम को रद्द करने सहित कई मांगों को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों का भारत बंद लोहरदगा में बेअसर रहा। बंद को कोई असर लोहरदगा जिले में नजर नहीं आया। बाजार और दुकानें सामान्य दिनों की तरह ही खुली रही हैं। हालांकि विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा बंद को सफल बनाने को लेकर जुलूस निकाला गया।
लोहरदगा : 13 प्वांट रोस्टर सिस्टम को रद करने सहित कई मांगों को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों का भारत बंद लोहरदगा में बेअसर रहा। बंद का कोई असर लोहरदगा जिले में नजर नहीं आया। बाजार और दुकानें सामान्य दिनों की तरह ही खुली रही हैं। हालांकि विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा बंद को सफल बनाने को लेकर जुलूस निकाला गया। इसके तहत बीएस कालेज से लेकर ललित नारायण स्टेडियम तक जुलूस निकाला। इस क्रम में बीएस कालेज, बरवाटोली, महावीर चौक, मिशन चौक आदि क्षेत्रों में घूम कर आदिवासी संगठनों ने अपनी मांगों को बल दिया। प्रदर्शन में आदिवासी समन्वय समिति, आदिवासी छात्र संघ, केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, नेशनल सरना प्रचार समिति के सदस्य शामिल थे। जुलूस में शामिल संगठनों के सदस्यों ने डीसी आकांक्षा रंजन से मुलाकात कर एक मांग पत्र भी सौंपा। जिसमें 13 प्वांट रोस्टर सिस्टम को रद करने, सभी शैक्षणिक संस्थाओं में दो सौ प्वांट रोस्टर प्रणाली आधारित विश्व विद्यालय, कालेजों को मूल इंकाई मान कर संविधान में एससी, एसटी, ओबीसी को प्रदत आरक्षण एवं 13 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 21 राज्यों के 1.50 लाख आदिवासी परिवारों को जंगल से बेदखल करने के निर्णय से संबंधित पुर्न समीक्षा की मांग की गई। प्रदर्शन में अरविद उरांव, चंद्रदेव उरांव, राजमनी उरांव, सोमदेव उरांव, एतवा उरांव, सुरेंद्र उरांव, फूलचंद उरांव, बालकिशुन भगत, गणेश भगत, आकाश भगत, जीतेंद्र उरांव, ललिता कुमारी, राजकुमारी, बालमुकुंद, निर्मला, रजनी उरांव, चंद्रमुनी, सलोनी आदि मौजूद थे।