कौशल विकास से आर्थिक रूप से मजबूत बनें महिलाएं : सुदर्शन भगत
लोहरदगा : वनवासी कल्याण केंद्र में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन
लोहरदगा : वनवासी कल्याण केंद्र में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन शनिवार को हुआ। मौके पर प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के बीच सिलाई मशीन व प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। वनवासी कल्याण केंद्र में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सांसद सह केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत व खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ शामिल हुए। कौशल विकास द्वारा आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महिलाएं अपने कौशल का विकास कर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। सिलाई-कटाई आदि पारंपरिक व्यवसाय हैं, इसके तहत महिलाएं घर बैठे रोजगार श्रृजन कर सकती हैं। कपड़ा सिलाई की जरूरत से इंकार नहीं किया जा सकता, आज इसका व्यापक बाजार भी है। महिलाओं को चाहिए कि वे बेहतर तरीके से प्रशिक्षित लेकर खुद का व्यवसाय शुरू करें। मौके पर प्रशिक्षु महिलाओं को संबोधित करते हुए खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कहा कि महिलाएं सिर्फ कपड़ा सिलाई तक ही सीमित नहीं रहें बल्कि वे टेराकोटा, कैरी बैग, हैड बैग व बुनाई का भी प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए इसे रोजगार के तौर पर अपनाएं। इसके लिए यदि प्रशिक्षण की जरूरत हुई तो खादी ग्रामोद्योग बोर्ड इसकी व्यवस्था करेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा 24 प्रशिक्षुओं को कपड़ा सिलाई व कटाई का प्रशिक्षण दिया गया। समापन सत्र में वनवासी कल्याण केंद्र के राघव राणा, उमाकांत लाल, डा. राज मित्तल, सुमन राय, किरण देवी, कल्याणी पोद्दार, परमेश्वर साहू, नीरज कुमार नलिन, धनप्यारी यादव, कुबेर भगत, विनोद राय, कैलाश उरांव, ब्रजमणी पाठक, मधुबाला कुमारी, मधुमिता शर्मा, गीता राणा, डा. नंदा प्रसाद आदि मौजूद थे।