धाम से मौसी बाड़ी पहुंचे भगवान
जागरण संवाददाता लोहरदगा रथयात्रा के मौके पर सोमवार को भगवान जगन्नाथ बलभद्र और सुभद्रा की पूजा अर्चना क गई।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : रथयात्रा के मौके पर सोमवार को भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की पूजा-अर्चना की गई। भगवान के दर्शन को लेकर श्रद्धालु पहुंचे। हालांकि काफी सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं ने ठाकुरबाड़ी में पहुंचकर भगवान के दर्शन किए। पूजा-अनुष्ठान के साथ आरती का भी आयोजन किया गया। इसके उपरांत सांकेतिक रूप से रथ यात्रा का आयोजन हुआ। लोहरदगा शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में भगवान की सांकेतिक रथ यात्रा निकाली गई। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ धाम से मौसी बाड़ी पहुंच गए। अगले आठ दिनों तक भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा मौसी बाड़ी में रहेंगे। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा नौवें दिन घूरती रथ यात्रा के दिन पूजा-अर्चना के उपरांत वापस अपने धाम पहुंचेंगे। रथ यात्रा को लेकर सुबह से ही श्रद्धालु काफी ज्यादा उत्साहित और भगवान के दर्शन को लालायित नजर आ रहे थे। ठाकुरबाड़ी के अलावा अलग-अलग मंदिरों में भी भगवान की पूजा-अर्चना की गई। ज्यादातर लोगों ने अपने घरों में पूजा-अर्चना करते हुए भगवान से सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थनाएं की। कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के पालन के तहत इस बार भक्तों के लिए भगवान के दर्शन का इंतजाम नहीं किया गया था। भव्य रूप से हर साल निकाली जाने वाली रथ यात्रा का आयोजन इस वर्ष नहीं हुआ। सांकेतिक रूप से रथयात्रा का आयोजन किया गया। बावजूद इसके भक्त भगवान के दर्शन को लेकर लालायित नजर आए। पुरोहितों द्वारा पारंपरिक वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा-अर्चना की गई। सभी के लिए सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की गई। महिलाएं सुबह से ही पूजा-अर्चना को लेकर मंदिरों में पहुंच गई थी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी रथ यात्रा को लेकर दिनभर पूजा-अनुष्ठान का आयोजन चलता रहा। लोहरदगा जिले के भंडरा, लोहरदगा शहरी क्षेत्र और सेन्हा के अलावा कई अन्य स्थानों में भी रथ यात्रा का आयोजन होता है, परंतु इस बार सरकार के निर्देश पर रथ यात्रा का आयोजन नहीं किया गया।