बिना ऋण लिए ही किसानों को केनरा बैंक ने दिया नोटिस
लोहरदगा में किसान धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। उन्होने शहर के केनरा बैंक से कोई ऋण लिया ही नहीं और फिर भी बैंक ने किसानों को ऋण का नोटिस भेज दिया है। लोहरदगा में 25 किसानों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।
लोहरदगा : लोहरदगा में किसान धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। शहर के केनरा बैंक से किसान ने कोई ऋण लिया ही नहीं फिर भी बैंक ने किसानों को ऋण चुकाने को लेकर नोटिस भेज दिया है। लोहरदगा में 25 किसानों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। यह सभी किसान किस्को प्रखंड के बड़चोरगांई गांव के रहने वाले हैं। बैंक की ओर से लोक अदालत में आकर ऋण का समझौता करने को लेकर नोटिस जब किसानों को मिला तो उनके होश उड़ गए। किसानों को समझ में नहीं आया कि आखिर बैंक ने उन्हें नोटिस किस चीज का भेज दिया है। जबकि वे तो ना कभी बैंक गए हैं और ना ही कभी ऋण ही लिया है। यहां तक कि जिस केनरा बैंक का नोटिस है, उस बैंक में उनका खाता भी नहीं है। ग्रामीण परेशान होकर अब बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। ऐसा बड़चोरगांई गांव के दिलबंधु लोहरा, रंथु लोहरा, रामप्रकाश खेरवार, मीनू देवी, लक्ष्मनियां देवी, जीत महतो, दीपक महली, बलदेव लोहरा, सारू उरांव, सुमित लोहरा, राजेश खेरवार आदि किसानों के साथ हुआ है। यह सारा मामला केनरा बैंक से जुड़ा हुआ है। किसान परेशान है और बैंक उनकी सुनने को तैयार नहीं है। ग्रामीण कहते हैं जब हमने ऋण लिया ही नहीं तो भला चुकाएंगे कैसे। हम गरीब किसान आखिर इतने पैसे लाएंगे कहां से। जाने किसने उनके साथ धोखाधड़ी की है। पर अब वे इस धोखाधड़ी के चक्कर में पीस रहे हैं। जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मनीर उरांव का कहना है कि किसान कई दिनों से समस्या को लेकर परेशान हैं। बैंक उनकी सुनने को तैयार नहीं हैं। वे एक बार फिर से किसानों की समस्या को लेकर बैंक गए थे। इस मामले में स्थानीय शाखा प्रबंधक रोहित कुजूर मुंह खोलने को तैयार नहीं है। जब इस मामले में दूरभाष पर केनरा बैंक के जोनल हेड संजय कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि हम इस मामले की जांच करेंगे। यदि किसानों ने ऋण नहीं लिया है तो उन्हें चुकाना भी नहीं पड़ेगा। हम इस मामले में दोषी बैंक कर्मियों पर भी कार्रवाई करेंगे। इसके लिए किसानों को बैंक में आवेदन देना होगा। उसके बाद ही बात आगे बढ़ सकती है।