आदिवासियों की धर्म व संस्कृति पर सबकी नजर
सेन्हा (लोहरदगा) : राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा एकागुड़ी के तत्वावधान में शुक्रवार को एकागुड़ी खेल
सेन्हा (लोहरदगा) : राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा एकागुड़ी के तत्वावधान में शुक्रवार को एकागुड़ी खेल मैदान में सरना प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सरना धर्म गुरु जयपाल उरांव, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश सलाहकार जलेश्वर उरांव, सभा के अध्यक्ष एतवा उरांव, सचिव सोमदेव उरांव शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ जयपाल उरांव, सेन्हा प्रखंड अध्यक्ष कहरू उरांव द्वारा सयुंक्त रूप से सरना झंडा गाड़ कर किया गया। मौके पर धर्म गुरु ने कहा कि आदिवासी प्रकृति पूजक होने के नाते पूरे विश्व में पहचाने जाते है। सभी आदिवासियों को अपनी नेग चार, धर्म, संस्कृति, रीति, रिवाज को अच्छी तरह से जानने की जरूरत है। आज हमारे धर्म संस्कृति पर सभी की नजर है। इसलिए सभी आदिवासियों को एकजुट होकर धर्म की रक्षा के लिए आगे आना होगा। प्रकृति पूजक होने के कारण इसकी रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि जो आदिवासियों को सरना सनातन और वनवासी कहते हैं उनका विरोध करें। जलेश्वर उरांव ने कहा कि आज सरकार की कूटनीति ने आदिवासियों की भुईहरि जमीन के अलावे अन्य जमीन को छिनने का कार्य कर रही है। इसलिए सभी को इसके प्रति सचेत रहने की जरूरत है। आदिवासी छात्र संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रदेव उरांव ने कहा कि समाज को बचाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने मंच के माध्यम से ऐलान किया कि छात्र संघ की ओर से माध्यमिक परीक्षा में 75 प्रतिशत से ऊपर अंक लाने वाले समाज के छात्र-छात्राओं को 15 नवंबर को सम्मानित किया जाएगा। सभा के जिलाध्यक्ष एतवा उरांव, सचिव सोमदेव उरांव, संरक्षक बिरसा उरांव, लोहरा समाज के केंद्रीय अध्यक्ष बालमुकुंद लोहरा, नेशनल सरना प्रचार समिति के सचिव फूलचंद उरांव आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर डांडू पंचायत मुखिया पारसमुनी उरांव, राजमुनी उरांव, सुबोध उरांव, अर¨वद उरांव, पंकज उरांव, संजीव उरांव, नीलम उरांव, सुशीला उरांव, कैला पाहन, पुजार महतो, धर्मदेव मुंडा, लमनी देवी, राजमुनी उरांव, चुमानी उरांव, आदि शामिल थे।