शहीदों के सम्मान से ही बढ़ेगा देश : आलमीन
झारखंड अंसारी महापंचायत व स्मारक समिति मन्हों द्वारा शुक्रवार को शहीद शेख भिखारी शहादत दिवस सह मेला का आयोजन किया गया। मौके पर अतिथि के रूप में शामिल हुए अंसारी महापंचायत के जिलाध्यक्ष आलमीन अंसारी ने स्मारक स्थल पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके
लोहरदगा : झारखंड अंसारी महापंचायत व स्मारक समिति मन्हों द्वारा शुक्रवार को शहीद शेख भिखारी शहादत दिवस सह मेला का आयोजन किया गया। मौके पर अतिथि के रूप में शामिल हुए अंसारी महापंचायत के जिलाध्यक्ष आलमीन अंसारी ने स्मारक स्थल पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके पर 300 जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण किया गया। शहादत दिवस पर आयोजित मेले में बड़ी संख्या में जिलेवासियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आलमीन अंसारी ने कहा कि शहीदों के सम्मान से ही देश आगे बढ़ सकता है। हमें उन शहीदों को याद रखने और उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपरा सर्वस्व न्योछावर कर दिया। आज हम आजादी की सांस उन्हीं आजादी के मतवालों के दम पर ले पा रहे हैं। आज चारों ओर जो अमनो-अमान का माहौल है उसके पीछे उन्ही शहीदों का पक्का इरादा रहा है, जिसके दम पर उन्होंने देश को आजाद कराते हुए विश्व में एक स्थान दिलाया है। उन्होंने कहा कि शेख भिखारी भी उन्हीं आजादी के मतवालों में से एक थे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया। मेला के पश्चात देर रात आयोजन समिति द्वारा कव्वाली कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें मशहुर कव्वाल शाहरूख साबरी और सब्बा भारती ने हिस्सा लेते हुए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। मौके पर मुखिया सुशीला देवी, हाशिम अंसारी, संजय विश्वकर्ता, कुदूस अंसारी, देवनाथ उरांव, निजाम अंसारी, इम्तेयाज अंसारी, रिजवान अंसारी, अजीम अंसारी, अमान अंसारी, रियाज अंसारी, राजेंद्र कुजूर, सद्दाम अंसारी, सयुब अंसारी, नेजाम अंसारी, कंवलजीत ¨सह, मनोज गुप्ता, विनोद ¨सह, इसराफिल अंसारी, हफीजुल अंसारी, इम्तेयाज अंसारी, जब्बार अंसारी, युसूफ अंसारी, बसीर अंसारी, रिजवान अंसारी, राजेंद्र महली, मुस्तफा अंसारी, हकीमुल अंसारी, सनी उरांव, कुलदीप खाखा, रूस्तम अंसारी, शमशुल अंसारी, अजमुल अंसारी, बसीर अंसारी, अजीमुल अंसारी, हसनैन अंसारी, खुर्शिद अंसारी, मोजाब्बर अंसारी, कासीम अंसारी, तबरेज अंसारी, मुस्तफा अंसारी, इमराम अंसारी, सफराज अंसारी, तफजुल अंसारी, रेहान अंसारी, नौशाद अंसारी, जमहीर अंसारी, नईम अंसारी, हजरत अंसारी के अलावे बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।