मांगें नहीं मानी गई तो अमित शाह को दिखाएंगे काला झंडा : जसीम
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक नदिया ¨हदू उच्च विद्यालय परिसर में रविवार को शोएब अख्तर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जिले के सभी हड़ताली पारा शिक्षक-शिक्षकाएं शामिल हुए। जिला अध्यक्ष जसीम अंसारी ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा यदि 19 जनवरी तक पारा शिक्षकों का छत्तीसगढ़ के तर्ज पर सेवा स्थाई नहीं किया जाता है और उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो लोहरदगा जिला के सभी पारा शिक्षक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को
लोहरदगा : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक नदिया ¨हदू उच्च विद्यालय परिसर में रविवार को शोएब अख्तर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जिले के सभी हड़ताली पारा शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए। जिला अध्यक्ष जसीम अंसारी ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा यदि 19 जनवरी तक पारा शिक्षकों का छत्तीसगढ़ के तर्ज पर सेवा स्थाई नहीं किया जाता है और उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो लोहरदगा जिला के सभी पारा शिक्षक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को झारखंड आगमन के मौके पर काला झंडा दिखाने के लिए रवाना होंगे। हम अब अपनीे अधिकार और मांगों को ले पीछे हटने वाले नहीं हैं। जहिद परवेज ने कहा कि काला झंडा दिखाना तो अब छोटी बात हैं, हम आत्मदाह एवं मानव बम भी बन सकते हैं। मरता क्या नहीं करता, यह झारखंड का एक इतिहास बनेगा। जिला सचिव लाल उमा शंकर नाथ शाहदेव ने कहा कि 17 जनवरी को सभी पारा शिक्षक बजट सत्र में विधानसभा घेराव करने के लिए तैयार रहें। जब तक बजट सत्र चलेगा, तब तक प्रमंडलीय स्तर पर प्रत्येक दिन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यदि सरकार इस बार पारा शिक्षक के स्थायीकरण और वेतनमान नहीं देगी तो चुनाव में भाजपा की सरकार अस्थाई हो जाएगी। जिले महासचिव रतन भगत ने कहा कि पारा शिक्षक गांव-गांव में जाकर जन चौपाल, एसएमसी के सदस्य, माता समिति के सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकता के साथ ग्रामीणों-अभिभावकों को भाजपा के दोरंगी नीति को पर्चा बांटकर अवगत कराएंगे। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगा। शिक्षा सचिव एपी ¨सह की दोरंगी नीति नहीं चलेगी। टेट और अनटेट की भाषा बोलना बंद करें। मौके पर साधू उरांव, सोहराई उरांव, हसन अंसारी, सरोजमनी खलखो, पुष्पा खलखो, दुबराज मांझी, नारायण भगत, विशेषण भगत, बनेश्वर मिश्रा, अवधेश शर्मा, जाहिद प्रवेज, मुस्ताक अंसारी, जय रानी, रुकसाना खातून, लालू उरांव, अमानुलाह, राजकुमारी, गोंईदी कुमारी, प्रेममानी कुमारी, रामकृत यादव, मनी राम उरांव, रामकुमार राम, कृष्णा उरांव, अंबीका ¨सह, सरीता कुमारी आदि मौजूद थे।