Coronavirus Update: लोहरदगा में कोरोना के 4 संदिग्ध मरीज आइसोलेशन में भर्ती
Coronavirus Update. लोहरदगा में 205 लोग क्वारंटाईन वार्ड में भर्ती। 1863 लोगों को होम क्वारंटाईन में रखा गया। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए पांच लोगों का सैंपल भेजा गया रिम्स।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। रोजी-रोटी की तलाश में लोहरदगा से दूसरे प्रदेश गए मजदूरों समेत अन्य लोगों के लगातार लोहरदगा पहुंचने से होम क्वॉरेंटाइन वार्ड, आइसोलेशन और जांच का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। लोहरदगा जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से सजग और सतर्क नजर आ रही है। लगातार मजदूरों के लोहरदगा पहुंचने को लेकर लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे लोगों की जांच और उन्हें फिलहाल लोहरदगा में ही रोक कर क्वारंटाइन वार्ड में रख रही है।
2068 लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया
लोहरदगा जिले में बुधवार तक कुल 2068 लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। जबकि 4 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इनमें से 205 लोग ऐसे हैं, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए क्वॉरंटाइन वार्ड में रखा गया है। इन 205 लोगों में से 80 लोगों को जनजाति आवासीय विद्यालय न्यू रोड में रखा गया है। जबकि 125 लोगों को जवाहर नवोदय विद्यालय जोगना स्थित क्वॉरेंटाइन वार्ड में भर्ती करते हुए उनकी सतत निगरानी की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा 1863 लोगों को होम क्वारंटाईन वार्ड में रखते हुए उनकी निगरानी की जा रही है।
पांच लोगों का सैंपल भेजा गया रिम्स
महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कोरोना संक्रमण की जांच के लिए 5 लोगों का सैंपल रिम्स भेजा गया है। इनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि ये कोराना संक्रमित हैं या नहीं। दूसरी बात यह है कि दिल्ली में जमात में जाने वाले लोगों में लोहरदगा के भी एक व्यक्ति का नाम सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से उसे आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है। साथ ही सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजा गया है।
125 मजदूरों के स्वास्थ्य की हुई जांच
छत्तीसगढ़ के जशपुर से उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के लिए पैदल जा रहे 125 लोगों को रोककर उनके स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके उपरांत सभी को जवाहर नवोदय विद्यालय जोगना स्थित क्वॉरेंटाइन वार्ड में भर्ती किया गया है। लगातार मजदूर और अन्य लोगों के लोहरदगा के गांव में वापस लौटने और लोहरदगा से होकर अपने-अपने गांव घर के लिए जा रहे लोगों का पहुंचना जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा रहा है। प्रशासनिक, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 24 घंटे अपनी ड्यूटी दे रहे हैं।
बढ़ सकता है आंकड़ा
आने वाले एक-दो दिनों में क्वारंटाईन, आईसोलेशन और जांच का यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। वजह साफ है कि दूसरे प्रदेश में रहने वाले मजदूर जब खाने पीने में अपनी जमा पूंजी को खर्च कर चुके होंगे तो उनके पास अपने गांव अपने घर लौटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं रह जाएगा। ऐसी स्थिति में पैदल सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर उन मजदूरों के लिए अपने गांव घर में लौटना एकमात्र विकल्प रह जाता है।
महत्वपूर्ण बात यह भी है कि रांची जिले से होकर या फिर गुमला जिले को पार कर इतनी संख्या में मजदूर यदि लोहरदगा तक पहुंच रहे हैं तो कहीं ना कहीं रांची और गुमला जिला प्रशासन इन मजदूरों को स्थानीय तौर पर क्वॉरेंटाइन वार्ड में रखने के बजाय उन्हें आगे के लिए भेज दे रहा है। जिसके बाद परेशानी लोहरदगा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की हो जा रही है।