रेलवे ब्रिज निर्माण में नहीं हो रहा सुरक्षा नियमों का पालन
चंदवा : टोरी-लोहरदगा रेल लाइन के गुरीटांड़ के नजदीक रेलवे क्रा¨सग के समीप बनाए जा रह
चंदवा : टोरी-लोहरदगा रेल लाइन के गुरीटांड़ के नजदीक रेलवे क्रा¨सग के समीप बनाए जा रहे ओवरब्रिज में सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर कार्य कराया जा रहा है। वहां कार्यरत मजदूरों के पास न तो सेफ्टी जूता है न हेलमेट और न कुछ और। पूछने पर मजदूरों ने नाम बताने से आनाकानी करते हुए बताया कि मिट्टी में काम करने के लिए खाली पैर में सुविधा होती है। जानकारों की मानें तो मिट्टी में काम करने के लिए घुटने तक का जूता कंस्ट्रक्शन प्रतिनिधि द्वारा दिया जाना चाहिए। जिस तरह का काम है उसके हिसाब से सिर की सेफ्टी के लिए हेलमेट मिलना चाहिए। यह पूछने पर कि उनके सिर पर हेलमेट क्यों नहीं है मजदूर और ऑपरेटर दोनों झेंप गए। एमएसजीएस मलहोत्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्य को पेटी कान्ट्रेक्ट के रूप में मुखर्जी कंस्ट्रक्शन कराया जा रहा है। गौरतलब हो कि 16 दिसंबर 2017 को हाइड्रा (जेएच 05 एजे 9217) ब्रिज निर्माण के लिए आरंभिक प्रक्रिया में बने पीलर को हटा कर ट्रैक्टर पर लोड किया जा रहा था। पीलर उठाने के क्रम में हाइड्रा असंतुलित हो गया और ट्रैक्टर (जेएच 02 के 5841) पर गिर गया। इससे ट्रैक्टर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार्य के दौरान ट्रैक्टर चालक व मजदूरों के दूर खड़े होने के कारण जान बच गई थी।
कहते हैं फाय¨लग आपरेटर:
वहां फाय¨लग आपरेटर का काम कर रहे विजय पासवान की मानें तो उन्होंने कई बार मजदूर सुरक्षा उपकरणों की मांग की मगर उसकी अनसुनी की गई। संवेदक द्वारा इसपर संज्ञान नहीं लिया गया।
कहते हैं इंजीनियर
साइट पर मौजूद इंजीनियर ने अपना नाम नीरज उपाध्याय बताते कहा कि एमएसजीएस मलहोत्रा कंपनी ने मुखर्जी कंस्ट्रक्शन को पेटी कान्ट्रेक्ट पर काम दे रखा है। काम उसी कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया जा रहा है।