झारखंड के लातेहार में एनआइए का छापा, तीन हिरासत में
माना जा रहा है कि नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर नक्सलियों के नोट बदलने और गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने को लेकर यह छापेमारी की गई है।
जागरण संवाददाता, लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले के गारू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम ने गुरुवार को दो ग्रामीणों के तीन ठिकानों पर छापेमारी कर कई दस्तावेज जब्त किए। छापेमारी के बाद टीम कोटाम के बैंगाटोली निवासी मो. निजामुद्दीन को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। माना जा रहा है कि नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर नक्सलियों के नोट बदलने और गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने को लेकर यह छापेमारी की गई है। हालांकि इस संबंध में एनआइए टीम के सदस्यों ने कुछ भी बताने से इन्कार किया। गारू में एनआइए की यह दूसरी छापेमारी है।
एनआइए के निरीक्षक अनिरुद्ध साव के नेतृत्व में टीम ने गारू मुख्यालय में अजित कुमार सिंह व मो. निजामुद्दीन के तीन ठिकानों पर छापेमारी की। छानबीन के क्रम में बैंक खातों, चेक से लेनदेन, आय-व्यय के स्त्रोतों व अन्य दस्तावेज के बारे में पूछताछ की। हालांकि जांच के दौरान अजित कुमार सिंह के यहां से कोई आपत्तिजनक दस्तावेज या सामान नहीं मिला।
अजित सिंह व मो. निजामुद्दीन के आवासों पर एनआइए की टीम ने सुबह सवा दस बजे एक साथ छापेमारी की। एनआइए की दूसरी टीम ने मो. निजामउद्दीन के गारू के बैंगाटोली स्थित पुराने घर मे छापेमारी की। निजामुद्दीन केगारू स्थित उनके नवनिर्मित आवास को दो घंटे तक खंगाला गया। यहां से आवश्यक दस्तावेज जब्त कर टीम मो. निजामुद्दीन को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
एनआइए ने गारू में दो साल पहले भी एक बार छापेमारी की है। तब नोटबंदी के दौरान आय से अधिक राशि निवेश करने के मामले को लेकर कबरी टोला चापी गांव के संतोष उरांव को गिरफ्तार किया था। संतोष वर्तमान में रांची जेल मे बंद है। संतोष पर नोटबंदी के दौरान नक्सलियों की बड़ी राशि एक निजी कंपनी में निवेश करने का आरोप है।