आन में साठ वर्ष पुराना ताड़ बांध बहा, कई मवेशी भी बहे
संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) शुक्रवार की रात हुई तेज बारिश का असर प्रखंड के लगभग सभी ग
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : शुक्रवार की रात हुई तेज बारिश का असर प्रखंड के लगभग सभी गांवों में देखने को मिल रहा है। चेटर पंचायत स्थित आन गांव मे देवीमंडप के समीप लगभग 60 साल पूर्व ंबना ताड़ बांध तेज बारिश की भेंट चढ़ गया। शनिवार की शाम इसके टूट जाने और अचानक से आए तेज बहाव के बीच कई मवेशी बह गए। बांध के टूटने के कारण बांध के नीचे आनेवाले खेतों में मलवा भर जाने के कारण खेतों में लगी धान समेत अन्य फसलें बर्बाद हो गई। देवीमंडप के समीप इस ताड़ बांध के टूटने से प्रभावित गांव के साधु शरण भगत, राजेंद्र प्रसाद, दिनेश प्रसाद, राजन भगत, लक्ष्मी प्रसाद, अजय प्रसाद, मनोज साव, प्रयाग यादव समेत अन्य किसानों ने कहा है कि यदि इस बांध को दुरूस्त नहंीं किया गया तो इसका दूरगामी भयावह परिणाम ग्रामीणों को झेलना पड़ेगा। सैकड़ों एकड़ खेत परती रह जाएगी। ग्रामीणों की मानें तो गर्मी के दिन क्या। बरसात के मौसम में भी समय पर वर्षा नहीं होने से आसपास के खेतों को पानी नहीं मिलेगा। पहले जब कभी बरसात के मौसम में समय पर वर्षा नहीं होती थी तो बांध के पानी से सिचाई कर फसल को सूखने से बचा लिया जाता था। गर्मी के दिनों में भी राहत मिलती थी। मवेशियों के लिए पानी उपलब्ध होता था। इस बांध के टूटने के कारण कई समस्याओं के साथ गांव के जलस्तर नीचे चला जाने की सोच के साथ ग्रामीण अभी से ही सशंकित हैं। ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त बांध के कारण हुई क्षति का मुआवजा प्रदान के साथ बांध के मरम्मति की मांग प्रशासन से की है। बता दें कि शुक्रवार की रात हुए तेज बारिश ने पूरे प्रखंड में तबाही मचाई है। शनिवार को चेटर पंचायत के रखात गांव के समीप अमझरिया नदी पर पावर ग्रिड द्वारा बनाया गया डायवर्सन, पहाड़ से आए पानी के कारण बड़काबांध और भैंसगड़वा बांध का पानी ओवर फ्लो होने के बाद सासंग-हुचलू-छातासेमर पथ से गुजरने के कारण ग्रामीण पूरी तरह कैद होकर रह गए। इसके अलावा बारिश ने कई प्रकार से लोगों को तंग-तबाह किया है।