जंगलों में बारूरी सुरंग और प्रेशर बम का बिछा है जाल
उत्कर्ष पाडेय लातेहार गुमला व लातेहार जिले के समीपवर्ती जंगल में नक्सलियों की ओर से बिछाए
उत्कर्ष पाडेय, लातेहार: गुमला व लातेहार जिले के समीपवर्ती जंगल में नक्सलियों की ओर से बिछाए बम की चपेट में आने से एक महिला की मौत और एक के घायल होने की खबर को लेकर जहां प्रशासन की नाकामी दिखती है, वहीं दैनिक जागरण ने 13 दिसंबर 2020 को ही इस आशय की खबर छापी थी कि झारखंड व छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जंगलों में नक्सलियों की ओर से प्रेशर बम व बारूदी सुरंग का जाल बिछा है। इसका पर्दाफाश उस समय नक्सलियों के कब्जे में 13 दिनों तक रहने के बाद मुक्त होकर घर आए तीन माइंस कर्मियों ने किया था। माइंसकर्मियों को नक्सलियों ने मूवमेंट नहीं करने की सख्त हिदायत दी थी। कहा था कि चारों तरफ बम बिछा हुआ है। नक्सली भी आने जाने के लिए एक निश्चित लीक का इस्तेमाल कर रहे थे। पूरी सावधानी से वे मूवमेंट कर रहे थे।
ग्रामीणों को भी बरतनी चाहिए सावधानी
इस खबर के छपने के बाद ग्रामीणों को भी पूरी सजगता बरतनी चाहिए थी। जब तक जंगल में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरी तरह आश्वस्त न हो जाएं तो जंगलों में जाने से बचना चाहिए। शनिवार की घटना से पूर्व में भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। आला अफसरों ने शुरू किया मंथन
इस घटना के बाद आला अफसरों ने मंथन शुरू कर दिया है। खास तौर पर एंटी नक्सल अभियान के दौरान नक्सलियों की इस चुनौती का सामना पुलिस टीम कैसे ठोस रणनीति के साथ करेगी, इस पर ठोस कार्ययोजना बनाई जा रही है। जंगली इलाकों की मैपिग समेत रास्ते को लेकर भी पुलिस पदाधिकारी समीपवर्ती राज्य की पुलिस टीम से संपर्क बनाए हुए हैं।