उत्पादन तो हुआ बेहतर, नहीं मिल रहा दाम
जागरण संवाददाता लातेहार इस वर्ष अच्छी बारिश और अनुकूल मौसम के कारण जिले में धान की अ
जागरण संवाददाता, लातेहार : इस वर्ष अच्छी बारिश और अनुकूल मौसम के कारण जिले में धान की अच्छी फसल होने के बावजूद उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। बावजूद इसके खेती से बहुत अधिक लाभ होने की आशा वर्तमान में नहीं दिख रही है। वर्तमान समय में जिले भर में धान की सरकारी खरीद बंद होने के कारण किसानों के सामने अपनी उपज को बेचने को लेकर बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है क्योंकि इस समय उनकी उपज के अच्छे मूल्य नहीं मिल पा रहे हैं। बिचौलिये आधे-पौने दाम में धान खरीद रहे हैं। बिचौलिए को धान बेचना मजबूरी :
यदि किसान धान बिचौलियों को नहीं बेचे तो कई किसानों के सामने धान भंडारण की भी समस्या पैदा हो जाएगी। बड़े किसान तो किसी तरह अपनी उपज को दो-तीन महीने के लिए भंडारित कर सकते हैं। लेकिन छोटे किसान इस स्थिति में नहीं हैं। लिहाजा अपनी उपज को तत्काल बेचना उनकी मजबूरी है। इसलिए वे बिचौलियों के हाथों धान बेच रहे हैं। किसानों ने बताई अपनी विवशता :
अर्जुन राम, महेंद्र उरांव, गजानंद सिंह व आनंद सिंह समेत कई किसानों ने बताया कि स्थानीय बिचौलिए अभी धान की अच्छी किस्म के लिए 11 से 12 सौ रुपए प्रति क्विटल दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि हम सरकारी खरीद की आशा में कब तक रुक सकते हैं। सो अपनी धान बेचने को विवश हैं। वहीं बिचौलिए औने पौने दाम में उनकी उपज खरीद कर मालामाल हो रहे हैं। किसानों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से की गई है, लेकिन कभी भी हमलोगों की परेशानी की ओर ध्यान नहीं दिया गया।