किसान हो रहे कंगाल, बिचौलिए हो रहे मालामाल
जागरण संवाददाता लातेहार जिले में धान की खेती करने वाले किसानों की मेहनत पर इस बार पान
जागरण संवाददाता, लातेहार : जिले में धान की खेती करने वाले किसानों की मेहनत पर इस बार पानी फिरता नजर आ रहा है। किसानों के धान की वाजिब कीमत देने वाला क्रेता नहीं मिल रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पूरी तरह बिचौलियों का गिरोह सक्रिय हो गया है। वे किसानों से एक हजार रुपये से लेकर 1100 रुपये प्रति क्विटल धान की खरीद कर स्टाक करने में लगे हुए हैं। बाद में स्टाक में रखे गए धान को बिचौलिए सरकारी पदाधिकारियों की मिली भगत से उंची कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाएंगे। उस समय सरकार से मिलने वाले इस लाभ से किसान वंचित होकर अपनी फटेहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हो जाएंगे। बेकार साबित हो रही किसानों की मेहनत :
किसानों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या तो यह है कि किसानों ने कर्ज लेकर बड़ी मेहनत से धान की खेती की थी, अच्छी बारिश के कारण पैदावार भी अच्छी हुई। लेकिन अब अच्छी कीमत पर धान नहीं बिकने के कारण किसानों की मेहनत बेकार साबित हो रही है। गांवों में इस स्थिति के बारे में विभाग से लेकर सरकार तक को खबर है, लेकिन समस्याओं के निदान करने की दिशा में कोई सार्थक पहल ही नहीं हो रही है। किसानों ने बताई अपनी समस्याएं :
किसान जंगबहादुर सिंह, कन्हाई सिंह, हरमोहन, मनोज यादव ने बताया कि वर्तमान समय में किसान गेहूं की फसल लगाने के लिए कर्ज लेकर खेतों की जुताई और बुआई में पैसा लगा रहे हैं। गांवों में बहुत से ऐसे किसान भी हैं जिन्हें अब कोई कर्ज देने को भी कोई तैयार नहीं है। ऐसे में किसानों को औने पौने दामों में धान बेचने की मजबूरी के अलावा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं मिल रहा है।