जागरण संवाददाता, लातेहार: रविवार को लातेहार पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने भाकपा माओवादी के दस लाख के इनामी जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह उर्फ संजीवन जी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक को मिली थी गुप्त सूचना
पलामू आईजी राज कुमार लकड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी का एक हथियारबंद दस्ता सेंट्रल कमेटी मेंबर सौरभ यादव रिजनल कमेटी मेंबर सुजीत के नेतृत्व में मनिका और हेरहंज थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में किसी नक्सली घटना को अंजाम देने की फिराक में है।
ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने के फिराक में थे नक्सली
पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि नक्सली ठेकेदारों और ईंट भट्ठा मालिकों से लेवी और रंगदारी वसूलने की नीयत से क्षेत्र में घूम रहे हैं। इस दस्ते में जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह, सब जोनल कमांडर कुंदन सिंह और मृत्युंजय सिंह के शामिल होने की भी सूचना थी।
विशेष छापेमारी दल चलाया अभियान
सूचना की पुष्टि होते ही एसपी के निर्देश पर एक टीम गठित कर विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। पुलिस की टीम हेरंहज के सिकद जंगल में जैसे ही पहुंची वहां मौजूद करीब दस-ग्यारह हथियारबंद माओवाई मौके से फरार हो गए।
नक्सली के पास से इंसास रायफल और भारी मात्रा में मिली गोलियां
हालांकि पुलिस ने एक माओवादी को एक ऑटोमेटिक 5.56 एमएम इंसास रायफल और भारी मात्रा में गोली के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम बैजनाथ सिंह बताया। उसने बताया कि वह माइल का रहने वाला है।
नक्सली बैजनाथ पर दस लाख का था ईनाम
पलामू आईजी ने आगे बताया कि गिरफ्तार जोनल कमांडर पर सरकार ने दस लाख रूपये का इनाम रखा गया था। उस पर लातेहार, लोहरदगा व गुमला जिला के विभिन्न थानों में संगीन धाराओं में कुल 68 मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह के पास से पुलिस ने दो 5.56 एमएम इंसास रायफल, 5.56 एमएम इंसास रायफल का 370 जिंदा कारतूस, चार पॉकेट डायरी, दो वॉकी-टॉकी एवं इंसास रायफल का सात लोडेड मैगजीन बरामद किया है।
बीते एक साल में पुलिस को मिली कई बड़ी सफलताएं
पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने कहा कि बीते एक साल से लातेहार पुलिस, झारखंड जगुआर, कोबरा व सीआरपीएफ की संयुक्त टीम लगातार नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ सघन अभियान चला रही है। इस दौरान पुलिस को कई सफलतायें मिली हैं।
ऑपरेशन की कामयाबी से बढ़ा पुलिस का मनोबल
चलाये गये ऑपरेशन डबल बूल में बुलबुल व गोताग इलाके में और ऑपरेशन ऑक्टोपस में नक्सली बूढ़ा पहाड़ के भागने में विवश हो गये हैं। सुरक्षा बलों को इन ऑपरेशन के दौरान अत्याधुनिक हथियार व आईडी बरामद हुआ है। इन उपलब्धियों से पुलिस का मनोबल काफी बढ़ा है और यह ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।