19 से 21 जून तक प्रत्येक घरों में होगा स्वास्थ्य सर्वे
झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं।
जागरण संवाददाता, लातेहार : झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति, स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से 18 जून से आरंभ हो रहे स्वास्थ्य सर्वे कार्य की सफल क्रियान्वयन को लेकर उपायुक्त जिशान कमर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त श्री कमर ने विभाग द्वारा स्वास्थ्य सर्वे को लेकर दिए गए नियमों की जानकारी ली एवं स्वास्थ्य सर्वे को पूरी ईमानदारी से करने को लेकर सभी संबंधित पदाधिकारियों को प्रेरित किया। उपायुक्त श्री कमर ने कहा कि जिले में आरंभ हो रहे स्वास्थ्य सर्वे का कार्य काफी जिम्मेवारी भरा है,इस सर्वे के माध्यम से जिले के प्रत्येक 40 वर्ष से अधिक व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच हो जाएगी एवं सरकार एवं जिला प्रशासन को यह पता ही चल सकेगा की कितने व्यक्ति किस रोग से ग्रस्ति है जिससे सरकार एवं प्रशासन उस दिशा में सार्थक पहल कर भविष्य की योजनाऐं बनाएगी। उपायुक्त श्री कमर ने स्पष्ट कहा कि स्वास्थ्य सर्वे में किसी प्रकार की फर्जीवाडा नहीं और नहीं कागजी रिर्पोट तैयार करें अधिकारियों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया एवं ऐसा करते पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की करने की बात भी कही। बैठक के दौरान उपायुक्त श्री कमर के द्वारा सीएस,सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,सीओ,प्रखंड स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी,समाज कल्याण,जेएसएलपीएस समेत अन्य सभी लोगों को सर्वे का कार्य गुणवता पूर्ण हो इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया एवं लोगों में सर्वे को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार कर जागरूक करने को लेकर निर्देशित किया। बैठक के दौरान उपायुक्त श्री कमर ने सभी बीडीओ को बीटीएम एवं सहिया के साथ 17 जून को बैठक कर सर्वे कार्य कैसे किया जाएगा एवं इसका क्या उदेश्य है इसकी भी जानकारी देने का निर्देश दिया। बैठक पूरी गुणवता पूर्ण सर्वे करवाने को लेकर उपायुक्त द्वारा अन्य कई दिशा निर्देश दिए गए। मौके पर सीएस डा संतोष श्रीवास्तव, जिला शिक्षा पदाधिकारी छटु विजय सिंह,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी प्रीति सिन्हा,जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कन्डुलना,डा सुरेन्द्र सिंह,डीपीएम विजय कुमार,वेद प्रकाश,सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी,सीडीपीओ समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
इनकी होगी सूची तैयार :
19 से 21 जून तक चलने वाले स्वास्थ्य सर्वे के बाद उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, सांस संबंधी बीमारी, टीबी के संदेहास्पद मामले, कैंसर, कुष्ठ रोग, मोटापा समेत अन्य रोगों की अलग-अलग सूची तैयार कर भविष्य के लिए योजना तैयार की जाएगी।