शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी : रामयश
शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है। बाल सृष्टि विद्यालय प्रबंधन बच्चों में शिक्षा ।
संवाद सूत्र, चंदवा : शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है। बाल सृष्टि विद्यालय प्रबंधन बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार भरने का जो प्रयास कर रहा है वह सराहनीय है। उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि रामयश पाठक ने बाल सृष्टि विद्यालय परिसर में बाल दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा। कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री और चाचा कहे जानेवाले पं नेहरू के जन्म दिवस पर बच्चों के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होना अपने आप में उपलब्धि है। रवि कुमार डे, सत्येन्द्र यादव समेत अन्य ने देश के प्रधानमंत्री पं. नेहरू की जीवनी पर प्रकाश डाला। उनके द्वारा बताए गए आदर्शाें पर चलने को समाज की जरूरत बताया। विद्यालय प्रबंधन की सराहना करते कहा कि गरीब व दिव्यांग बच्चों की निश्शुल्क शिक्षा देना एक उदाहरण है। शिक्षा विभाग को इस विद्यालय पर विशेष कृपा ²ष्टि बनाए रखने की जरूरत है। असगर खान, बाबर खान आदि ने कहा कि उनके समान विलक्षण प्रतिभावान, कर्मनिष्ठ देशभक्त पुरूष विश्व में दूसरा कोई नहीं। इन्होंने न सिर्फ भारत देश का अपितु पूरे विश्व का नेतृत्व किया। विश्व संगठन के नेताओं को एकजुट करने में इन्होंने अहम् भूमिका निभाई। देश की आजादी में अहम् भूमिका निभानेवाले पं0 नेहरू का भारतवासी ऋणी रहेंगे। समारोह का संचालन मोहिनिश कुमार बिक्की ने किया। मौके पर सौरव पांडेय, सुरेश उरांव, सिद्दिका बानो, सुरेन्द्र शर्मा, खुश्बू कुमारी समेत अन्य मौजूद थे।
असहायों के बीच कंबल व ऊनी वस्त्रों का वितरण: हाई स्कूल के नजदीक स्थित बाल सृष्टि विद्यालय परिसर में बाल दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान गरीब, असहाय व दिव्यांगों के बीच कंबल व ऊनी कपड़ों का वितरण किया गया। मौके पर मौजूद अतिथि रामयश पाठक रवि डे, असगर खान, सत्येन्द्र यादव, समेत अन्य ने संस्था के द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जमकर सराहना भी की। मौके पर संस्थान के अध्यक्ष बाबर खान मनोज सिंह पप्पू, मोहिनिश कुमार बिक्की, सौरभ कुमार, सुरेश उरांव समेत अन्य मौजूद थे।