लातेहार बस स्टैंड में नहीं रुकती बस
लातेहार : लातेहार बस अड्डा का नाम सुनते ही जेहन में एक तस्वीर बनती है जहां बहुत सारी य
लातेहार : लातेहार बस अड्डा का नाम सुनते ही जेहन में एक तस्वीर बनती है जहां बहुत सारी यात्री बसें लगी हों और लोगों की भीड़ इधर-उधर बसों के इंतजार में खड़ी हों। मगर इस परिकल्पना से उलट लातेहार के बस स्टैंड में अभावों की स्थिति नजर आती है। लातेहार शायद ऐसा पहला जिला मुख्यालय होगा जहां के एकमात्र बस अड्डे पर एक भी यात्री नहीं दिखते हैं।
बस कर्मी सिर्फ लेते हैं टोकन : लातेहार बस स्टैंड की एकमात्र उपयोगिता यही है कि वहां बैठे बस स्टैंड के संवेदक के पास स्टैंड का टोकन कटवाने कंडक्टर जाते हैं। इस दौरान स्टैंड के बाहर बीच सड़क पर ही यात्री बस कुछ पल के लिए खड़ी रहती है। बस स्टैंड पर सुविधाओं की कमी :
यहां यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ भी नहीं है। न बैठने की व्यवस्था न पीने का पानी और ना ही शौचालय की व्यवस्था है। शहर के बीचों-बीच स्टैंड रहने के बावजूद जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जिससे यात्रियों को भारी असुविधा होती है। इसी कारण यात्री इस स्टैंड पर आना ही छोड़ दिए। यात्रियों के नहीं आने के कारण बस भी यहां नहीं रुकती। रास्ते में चलते यात्री को चढ़ाते हैं बस पर :
जिला मुख्यालय में सबसे संर्कीण स्थान एनएच पर धर्मपुर मोड़ और थाना चौक है। इन दोनों स्थानों पर से वाहन बाइपास की ओर जाती है। बस वाले बस स्टैंड में सवारी को नहीं उठाकर इन्हीं सड़कों पर वाहन खड़ा कर देते हैं। जिससे प्राय: जाम की स्थिति बनी रहती है। कई बार तो बड़ी दुर्घटना हो चुकी है। शाम के समय जाम हो जाता है शहर :
शाम के समय अक्सर जाम से शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही हाल थाना चौक का भी है। यहां भी बसें खड़ी कर सवारियों को चढ़ाते और उतारते हैं और ट्रैफिक पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है। मामले की जानकारी होने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की जा रही है। इतनी गंभीर समस्या की जानकारी नहीं थी। समस्याओं के निदान के लिए त्वरित पहल की जाएगी।
-राजीव कुमार, उपायुक्त लातेहार।