झारखंड के लातेहार में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, 100 राउंड फायरिंग
पुलिस और जेजेएमपी उग्रवादियों के बीच लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के जरमा जंगल में भीषण मुठभेड़ हुई है।
लातेहार, जेएनएन। लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के जरमा जंगल में उग्रवादी संगठन जेजेएमपी व सुरक्षाबलों के बीच गुरूवार की सुबह भीषण मुठभेड़ हुई। सुबह शुरू हुई मुठभेड़ लगभग 11 बजे तक रूक-रूक कर जारी रही। जानकारी के अनुसार एसपी प्रशांत आनंद को सूचना मिली थी कि जेजेएमपी नामक उग्रवादी संगठन के 30-35 की संख्या में उग्रवादी उक्त क्षेत्र में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में एकत्रित हो रहे हैं।
सूचना पर सीआरपीएफ ई 133 बटालियन (चंदवा) सहायक कमांडेंट रविशंकर सिंह, बालूमाथ थाना प्रभारी सनोज चौधरी के नेतृत्व में आइआरबी व जिला पुलिस द्वारा संयुक्त ऑपरेशन चलाया जा रहा था। जरमा जंगल में चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान उग्रवादियों की नजर जैसे ही सुरक्षाबलों पर पड़ी। उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दी।
उग्रवादियों द्वारा की गई फायरिंग का जवाब देते जवानों ने भी मोर्चा संभाला।दोनों ओर से करीब 50-50 राउंड फायरिंग की गई। हलांकि जंगल का लाभ उठा उग्रवादी भागने में सफल रहे। मुठभेड़ में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
कैमरे में कैद हुआ भागता उग्रवादी : गुरूवार की सुबह चंदवा थाना क्षेत्र के जमीरा जंगल में उग्रवादी संगठन जेजेएमपी और सुरक्षाबलों के बीच चल रहे मुठभेड़ में अपने को कमजोर पड़ता देख नक्सली भागने लगे। पुलिस से बचकर निकलने के दौरान एक उग्रवादी कैमरे में कैद हो पाया। कयास लगाया जा रहा है कि उक्त नक्सली जेजेएमपी दस्ता का सदस्य था।
एसएलआर जैसे घातक हथियार से लैस थे उग्रवादी : सुरक्षाबलों और जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के बीच हुए मुठभेड़ के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि उग्रवादी एसएलआर जैसे घातक हथियार से लैश थे। समाचार लिखे जाने तक बड़ी संख्या में पुलिस जवान पहाड़ी की ओर अभियान चला रहे हैं। वहीं, स्थानीय पुलिस पदाधिकारी मामले के सम्बन्ध में कुछ बताने से इनकार कर रहे हैं। वहीं लातेहार एसपी प्रशांत आनंद का फोन स्वीच आफ मिल रहा है।