आंधी-तूफान के साथ हुई जोरदार वर्षा, विद्युतापूर्ति बाधित
जेएनएन लातेहार जिले भर में आंधी-तूफान के बाद आई तेज बारिश ने तबाही मचा दी है।
जेएनएन, लातेहार: जिले भर में आंधी-तूफान के बाद आई तेज बारिश ने तबाही मचा दी है। शनिवार की रात पौने दो बजे अचानक से जोरों की आंधी-तूफान के साथ मेघगर्जन होने लगा। सोए हुए कई लोग जग गए। प्राकृतिक आपदा की संभावना के बीच कई लोग ईश्वर को याद करने लगे। थोड़ी देर बाद आंधी-तूफान का वेग कम हुआ लेकिन इसके बाद जोरों की बारिश होने लगी। कुछ देर बाद बारिश की गति कम हुई तब लोगों ने राहत ली और निद्रा रानी की आगोश में चले गए। आए आंधी-तूफान के बीच चंदवा प्रखंड के हरैया ठाकुरबाड़ी के समीप लगा वर्षाें पुराने पीपल के पेड़ की बची इकलौती मोटी शाख भी टूटकर टोरी रेलवे कॉलनी जानेवाले 11 हजार वोल्ट के तार पर गिर गई। अन्य ग्रामीण इलाकों में पेड़ों की शाखाएं टूटकर गिरने की सूचना है। माल्हन पंचायत के महुंडर में कई विद्युत पोल टूटकर गिर गए। आंधी तूफान आने के पूर्व से गायब हुई बिजली समाचार लिखे जाने तक बाधित थी। विभागीय कर्मी फॉल्ट को दुरूस्त करने की कवायद में जुटे थे। बिजली बाधित होना लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। आवश्यक कार्यों का संपादन नहीं हो पा रहा था। 12 घंटे पूर्व शनिवार की रात्रि आंधी-तूफान से मची तबाही दुरूस्त नहीं हुई थी कि रविवार की दो बजे फिर बारिश शुरू हो गई। समाचार लिखे जाने तक जारी था। लगभग एक माह पूर्व 26 अप्रैल को आए आंधी-तूफान के कारण रेलवे क्रॉसिग के समीप उत्तरी एरिया में किशोर साव के बंद पड़े होटल व क्रॉसिग के समीप ही दक्षिणी हिस्से में प्रदीप साहु के होटल के कई एस्बेस्टस क्षतिग्रस्त हो गए। आन गांव में विजय प्रसाद भगत के घर में लगा चदरे का एस्बेस्टस लकड़ी समेत उखडकर नीचे गिर गया था। दर्जनों पेड़ टूटकर गिर गए थे। लॉकडाउन के बीच आर्थिक तंगी के बीच उनके प्रतिष्ठान का टूटा एस्बेटस बदला नहीं जा सका है। उनकी निगाहें प्रशासन के सहयोग पर टिकी हैं।