राज्य की शान है नेतरहाट आवासीय विद्यालय : अशोक भगत
महुआडांड़ (लातेहार) : नेतरहाट आवासीय विद्यालय ने गुरूवार को विद्यालय के 65 वां स्थापना दिव
महुआडांड़ (लातेहार) : नेतरहाट आवासीय विद्यालय ने गुरूवार को विद्यालय के 65 वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सर्वप्रथम मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत, विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. केके नाग एवं विद्यालय प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार ¨सह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नेतरहाट आवासीय विद्यालय हमारे राज्य की शान है। यहां से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी अपनी सफलता का डंका दुनिया में बजा रहे हैं। इतिहास गवाह है कि अनुशासन और उत्तम क्वालिटी की पढ़ाई के कारण यहां के विद्यार्थी एकीकृत बिहार के समय से ही टॉपर होते रहे हैं। ऐसे विद्यालय में शिक्षा देने वाले शिक्षकों के जज्बे को मैं नमस्कार करता हूं। साथ ही यहां से पढ़ाई करने के बाद अपनी सफलता की अजेय पताका फहराने वाले विद्यार्थियों की तपस्या रूपी पढ़ाई को मैं प्रणाम करता हूं। उन्होंने नेतरहाट के गौरवशाली इतिहास के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणादाई बताया। ध्वाजारोहण व मार्च पास्ट :
विद्यालय में कार्यक्रम प्रारंभ से पूर्व अतिथियों के आगमन पर स्वागत गीत का गायन करते हुए उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। इसके बाद मुख्य अतिथि ने ध्वाजारोहण किया। इसके बाद स्कूली विद्यार्थियों की ओर से प्रस्तुत किए गए मार्च पास्ट की सलामी ली। पूर्व प्रचार्य ने दिया स्वागत भाषण :
कार्यक्रम से पूर्व विद्यालय के पूर्व प्राचार्य ¨वध्याचल पांडेय द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। जिसके पश्चात विद्यालय प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार ¨सह ने विद्यालय की एक साल पर आधारित वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर विद्यालय की उपलब्धियां सभी के समक्ष रखीं। इसके साथ ही विद्यालय को निरंतर उपलब्धियां दिलाने वाले शिक्षक और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इन्हें किया गया सम्मानित :
माध्यमिक परीक्षा 2018 में पूरे राज्य में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र राजीव रंजन को स्वर्गीय सत्यदेव प्रसाद प्रोफिशिएंसी र¨नग ट्रॉफी से नवाजा गया। 25 वर्षों की सेवा पूरी करने वाली विद्यालय पुस्तकालय सहायिका आशरेन डुंगडुंग एवं प्रयोगशाला सहायक बुधन लाल महली को उनके सेवा के लिए सेवा सम्मान दिया गया। गोपाल ¨सह एवं अमरेश कुमार को नोवा पदक, आदित्य हर्ष को राजीव पदक, तनमय रंजन को दीपकस्मृति पदक दिया गया। वहीं उछ्वव एवं नेका नंदिनी को शहीद अजय आईपीएस र¨नग ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। पुस्तकों का हुआ विमोचन :
कार्यक्रम के दौरान दो पुस्तकों सर्जना एवं पराई पीर के गांधी का विमोचन किया गया। इसके बाद राष्ट्रगान के साथ विशेष सम्मेलन का समापन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ एचकेपी सिन्हा, रोशन बख्शी, डॉ अर¨वद समेत विद्यालय के छात्र-छात्राएं, विद्यालय के शिक्षकों के अलावा कुछ पूर्ववर्ती छात्रा छात्राएं भी उपस्थित थे।
अनुभव बांटने का अच्छा फोरम गोल्डन जुबली :
इस कार्यक्रम में कई साल बाद लोग एक-दूसरे से मिलकर अपने करियर, अनुभव आदि को शेयर करते हैं। विद्यालय के विकास में मंथन करते हैं और सहयोग प्रदान करते हैं। इसके अलावा अपने वर्तमान के निवास स्थान की संस्कृति को एक दूसरे से शेयर करते हैं साथ ही विद्यालय में पुराने दिनों से लेकर अब तक के हुए परिवर्तन पर भी विस्तार से चर्चा करते हैं। विद्यालय में 2005 बैच के छात्र रहे अविनाश कुमार ने बताया कि स्कूल के स्थापना दिवस के अवसर पर बहुत कम पूर्ववर्ती छात्र ही इस अवसर पर जुटते थे। हमारे समय के प्राचार्य विनोद कर्ण की पहल पर वर्ष 2005 में नोबा (नेतरहाट स्कूल के पूर्ववर्ती छात्रों का संगठन) की आमसभा में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष विद्यालय स्थापना दिवस के अवसर पर ही 50 वर्ष पूरे करने वाले बैच का गोल्डन जुबली मनाया जाए।
नेतरहाट सूर्योदय व सूर्यास्त के लिए विख्यात :
नेतरहाट झारखंड राज्य में के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। समुद्र सतह से 3622 फीट की ऊंचाई पर स्थित है यहां पर लोग सूर्योदय व सूर्यास्त देखने आते हैं। यह नजारा नेतरहाट से 10 किमी की दूरी पर आकर्षक ढंग से देखा जा सकता है। इसके अलावा यहां घाघरी एवं लोअर घाघरी नमक दो छोटे-छोटे जलप्रपात भी हैं, जो प्रसिद्ध स्थल हैं। यहां सालों भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए यहां आने वाले पर्यटक नेतरहाट आवासीय विद्यालय परिसर में भी आते हैं।