नौकरी देने का झांसा देकर 121 बेरोजगार युवक-युवतियों से चालीस लाख की ठगी
महुआडांड़ : आदिवासी बहुल क्षेत्र महुआडांड़ प्रखंड के रहने वाले बेरोजगार युवक युवतियों
महुआडांड़ : आदिवासी बहुल क्षेत्र महुआडांड़ प्रखंड के रहने वाले बेरोजगार युवक युवतियों को नौकरी देने के नाम पर संस्था डिजिटल इंडिया झारखंड-बिहार के असिस्टेंट डायरेक्टर मनोज कुमार द्वारा लगभग चालीस लाख रूपया ठग कर फरार हो जाने का सनसनी खेज मामला शुक्रवार को उजागर हुआ है। डिजिटल इंडिया झारखंड - बिहार के बैनर तले गत आठ माह से प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में कंप्यूटर सुपरवाईजर, लाइब्रेरी व कम्प्यूटर टीचर पद पर कार्यरत युवक युवती बीईओ स¨वद्र नायक के समक्ष पहुंचे व वेतन की मांग करने लगे तब कही जाकर यह सनसनी खेज मामला उजागर हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार डिजिटल इंडिया झारखंड - बिहार के असिस्टेंट डायरेक्टर मनोज कुमार लगभग नौ माह पूर्व महुआडांड़ पहुंचे व सुनियोजित तरीके से महुआडांड़ के तत्कालीन बीडीओ मो. अनिश व बीईओ स¨वद्र नायक तथा कुछ स्थानीय लोगों को किसी तरह से विश्वास में लेकर महुआडांड़ प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सूचना पट्ट में प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में कम्प्यूटर सुपरवाईजर, लाइब्रेरीयन व कंप्यूटर टीचर पद के लिए बहाली किए जाने संबंधी पोस्टर चिपकाकर आवेदन जमा करने को कहा। पोस्टर में कंप्यूटर ऑपरेटर सुपरवाईजर पद के लिए 16 हजार, लाइब्रेरीयन पद के लिए 16 हजार तथा कम्प्यूटर टीचर पद के लिए दस से बारह हजार रूपये का वेतनमान देने की बात कही गई। साथ ही आवेदन पत्र के साथ शुल्क के रूप में 750 जमा करने का निर्देश महुआडांड़ प्रखंड लेबल ई मैनेजर इंदू माला एक्का के समक्ष जमा करने को कहा गया। हालांकि कुछ दिन बाद में ही किसी तरह से संदेह होने पर तत्कालीन महुआडांड़ बीडीओ मो. अनिश ने सूचना पट्ट में लगाये गए बहाली को हटावा दिया लेकिन तब तक आदिवासी बहुल क्षेत्र महुआडांड़ प्रखंड के बेरोजगार युवक युवतियों के द्वारा इसे एक सुनहरा अवसर मानते हुए बिना जांच पड़ताल के ही शुल्क के साथ आवेदन पत्र जमा करना प्रारंभ कर दिया गया। वहीं मौके का फायदा उठाते हुए मनोज कुमार ने प्रति व्यक्ति तीस से बतीस हजार रुपया घुस लेकर लगभग 121 युवक युवतियों को बीईओ स¨वद्र नायक का हस्ताक्षर युक्त नियुक्त प्रमाण पत्र देकर विभिन्न विद्यालयों में उपरोक्त तीनों पदों पर प्रतिनियुक्त कर दिया। मनोज कुमार के द्वारा ये कार्य इतने सुनियोजित तरीके से किया गया कि किसी को थोड़ा सा भी संदेह नहीं हुआ। मनोज कुमार के द्वारा प्रतिनियुक्त किए गये सभी कम्प्यूटर सुपरवाईजर, लाइब्रेरीयन व टीचर लगातार आठ महीने तक विद्यालय में प्रतिदिन जाकर पठन पाठन का कार्य किए। कार्य करते आठ महीने बीत जाने वहीं वेतन की मांग करने पर मनोज कुमार के द्वारा टाल मटोल किए जाने पर आक्रोशित युवक युवतियों ने शुक्रवार को बीईओ स¨वद्र नायक के समक्ष हंगामा करते हुए निर्धारित मानदेय की मांग की।
जिसपर बीईओ स¨वद्र नायक ने कहा कि मैं मानदेय कहा से दूं। आपलोगों को जिसने बहाल किया है उससे मांगें। इससे आक्रोशित युवक युवतियों ने आगामी सोमवार को अनुमंडल कार्यालय का घेराव करने व महुआडांड़ अनुमंडल पदाधिकारी को मांग पत्र देकर मानदेय का भुगतान करने तथा दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने संबंधी मांग करेंगे। ----यह युवक युवतियां हुए ठगी के शिकार : ठगी का शिकार आशिष कुमार, आरती कुमारी, सीमा कुमारी, जयन्ती कुमारी, इंदनी कुमारी, राजकुमार बड़ाईक, सजीत कुजूर, सेवेन्तुस एक्का, सुनील प्रसाद, मंजीत एक्का, नमीता कुजूर, अंजनी ¨मज, विकास खाखा; अनमोल खाखा, समीर ¨मज, पूनम लकड़, सुषमा पैंखरा, शीत कुमार, प्रशांत कुमार, प्रिती बाला कुमारी आदि शामिल हैं। -----क्या कहते हैं संस्था के जिला कॉडिनेटर: संस्था डिजिटल इंडिया झारखंड - बिहार के असिस्टेंट डायरेक्टर मनोज कुमार को मोबाइल स्वीच ऑफ बताने के कारण इस संबंध में उनसे बात तो नही हो सका। परंतु लातेहार जिला कॉडिनेटर ºीस्त अनुग्रह टोप्पो उर्फ चंदन टोप्पो ने दूरभाष पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसे भी अंधेरे में रख कर कार्य कराया गया। उसे भी कार्य करते आठ महीने हो गए है परंतु अभी तक निर्धारित मानदेय नहीं मिला है। -----क्या कहते हैं बीईओ स¨वद्र नायक: इस संबंध में बीईओ स¨वद्र नायक ने बताया कि मनोज कुमार को समझने में भारी भुल हो गई। मनोज ने बताया कि सभी प्रतिनियुक्त किए गये लोगों को संस्था के द्वारा प्रत्येक माह निर्धारित मानदेय दिया जाऐगा। हालांकि वो अभी तक किसी को भी मानदेय नहीं दिया है।