शादी से पहले इश्क लड़ाना पड़ा महंगा, गले पड़ी वरमाला
शादी से पहले युवक को अपनी होने वाली पत्नी से मिलना महंगा पड़ गया। बगैर लेनदेन के ही उसे शादी रचानी पड़ी।
जयनगर (कोडरमा): शादी से पूर्व नवयुवक को अपनी होने वाली पत्नी से मिलना महंगा पड़ गया। उसे बगैर लेनदेन के ही उसे शादी रचानी पड़ी। इस तरह गांव की युवती से छिप-छिपकर मिलते देख स्थानीय लोगों ने दोनों की शादी शुक्रवार को गम्हारबाद स्थित देवी मंडप के प्रांगण में तय होने से पूर्व सामाजिक पहल से करा दी।
हुआ यूं कि जयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम गम्हरबाद निवासी मुंशी यादव की 18 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी की शादी बरही थाना क्षेत्र के कोल्हुआ निवासी किशुन यादव के पुत्र पंकज कुमार यादव के साथ तय हो रही थी। इसके लिए दोनों के परिवारवालों के बीच बातचीत चल रही थी। परंतु शुक्रवार की रात्रि पंकज कुमार अपने एक साथी के साथ माता-पिता को जानकारी दिए बिना गम्हरबाद लक्ष्मी से मिलने के लिए चला आया। शुक्रवार की देर रात्रि गम्हरबाद के ग्रामीणों ने दोनों को एक साथ देख लिया, फिर क्या था यह बात आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई।
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों विगत 15 दिन से एक-दूसरे से छिप-छिपकर मिला करते थे। मुखिया अर्चना कुमारी तथा ग्रामीणों की पहल पर दोनों के परिजनों को इसकी जानकारी दी। सामाजिक पहल के बाद दोनों के परिजनों ने शादी के लिए हां कर दी। फिर क्या था, दोनों की शादी गांव के मंदिर में करा दी गई। स्थानीय पंडित खुशीलाल पांडेय द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ दोनों शादी करा दी गई।
इस मौके पर दूल्हे पंकज के पिता किशुन यादव, भाई सुरेश यादव, दुल्हन की माता के अलावा सुधीर सिंह, ठाकुर विक्रम सिंह, चंद्रदेव सिंह, अनिल सिंह, दशरथ सिंह, कामदेव सिंह, शंकर राणा, विनय सिंह, अरूण सिंह, आंनद कुमार, रामदेव यादव, सुभाष यादव सहित दोनों पक्ष के काफी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे। दोनों के परिवार वालों के अनुसार, दोनों के बीच शादी के लिए कुछ दिनों से बातचीत चल रही थी, लेकिन शादी तय नहीं हो पाई थी।