कोडरमा के चंदवारा में तनाव, आगजनी, निषेधाज्ञा लागू
चंदवारा में दो समुदायों के बीच मंगलवार की शाम अचानक तनावपूर्ण स्थिति बन गई और पूरा माहौल ङ्क्षहसक हो गया। पुलिस प्रशासन जब तक मामले को समझ पाता तब तक ङ्क्षहसक भीड़ ने स्थानीय मुखिया मो. नसीम के घर में आग लगा दी और एक मदरसे को भी आग के हवाले कर दिया।
जासं, चंदवारा (कोडरमा)। चंदवारा में दो समुदायों के बीच मंगलवार की शाम अचानक तनावपूर्ण स्थिति बन गई और पूरा माहौल ङ्क्षहसक हो गया। पुलिस प्रशासन जब तक मामले को समझ पाता तब तक ङ्क्षहसक भीड़ ने स्थानीय मुखिया मो. नसीम के घर में आग लगा दी और एक मदरसे को भी आग के हवाले कर दिया।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह पुलिस के जवानों ने उग्र भीड़ को खदेड़ दिया। सूचना मिलते ही डीसी संजीव कुमार बेसरा, एसपी क्रांति कुमार, एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार, एएसपी मनीलाल मंडल, एसडीपीओ चंद्रेश्वर प्रसाद सहित जिले के सभी थानों के प्रभारी व भारी संख्या में पुलिस के जवान कैंप कर रहे हैं। चंदवारा की मुख्य सड़क समेत अन्य सड़कों पर पुलिस गश्ती बढ़ा दी गई है। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। हालांकि देर शाम तक स्थिति नियंत्रित कर ली गई थी। एसपी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। अशांति फैलाने वालों से कड़ाई से निपटा जाएगा। यह पूरा मामला आरएसएस कार्यकर्ता की संदिग्ध मौत व मंगलवार को एक समुदाय के लोगों को हत्या की धमकी से जुड़ा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कवि कुमार का शव जैसे ही रिम्स से पोस्टमार्टम के बाद चंदवारा पहुंचा, लोगों का आक्रोश भड़क उठा।
घटना के बाद पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला, बीस सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष अज्जू ङ्क्षसह सहित कई भाजपा नेताओं को चंदवारा थाना लाया गया। पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा भी देर शाम चंदवारा पहुंचे और मृतक के परिजन व कार्यकर्ताओं से मिलकर वापस लौट गये।
बताया गया है कि रविवार को आरएसएस कार्यकर्ता सह शिक्षक कवि कुमार के गौरी नदी में शव मिलने के बाद से ही भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित थे। इसके पूर्व, मंगलवार की सुबह चंदवारा में ही एक समुदाय के युवकों द्वारा मेहरू मोदी को जान मारने की धमकी के बाद मामला फिर गरमा गया और लोग बड़ी संख्या में लोग इक_ा हो गए। धमकी देने वाले युवक को चौपारण क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
देवघर के मधुपुर में माहौल बिगाडऩे की साजिश
मधुपुर (देवघर)। मधुपुर थाना क्षेत्र के बांक गांव में मंगलवार को पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी घटना टल गई। प्रतिबंधित मांस के मामले पर दो समुदायों में तनाव उत्पन्न हो गया। प्रशासन ने दोनों पक्ष को समझा बुझाकर माहौल शांत कराया। फिलहाल एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।