छटेंगे 10 हजार लाभुक, दो वर्षों से नहीं उठा रहे राशन
पीडीएस में ई-पॉश मशीन से वितरण व्यवस्था शुरू होने के बाद कई सुधार आया है। हाल के दिनों में सीएम ने भी स्वीकार किया कि ई-पॉश सिस्टम से पीडीएस में 650 करोड़ रूपये की बजत हो रही है। यानी पूर्व के दिनों में पीडीएस सिस्टम गरीबों के नाम पर अनाज कालाबाजारी का माध्यम था
अजीत कुमार, कोडरमा: पीडीएस में ई-पॉश मशीन से वितरण व्यवस्था शुरू होने के बाद कई सुधार आया है। हाल के दिनों में सीएम ने भी स्वीकार किया कि ई-पॉश सिस्टम से पीडीएस में 650 करोड़ रूपये की बचत हो रही है। यानी पूर्व के दिनों में पीडीएस सिस्टम गरीबों के नाम पर अनाज कालाबाजारी का माध्यम था। कोडरमा जिला में भी इस सिस्टम के बाद कई सुधार आ रहा है। अक्टुबर 2016 से पीडीएस में पारदर्शिता के लिए ई-पॉश मशीन से वितरण व्यवस्था शुरू की गई है। इन दो वर्षों में 10 हजार से ज्यादा लाभुक राशन व केरोसिन का उठाव नहीं कर रहें है। यानी ऐसे लोग शायद गरीब परिवार से नहीं है। बावजूद राशन कार्ड में नाम अंकित रहने के कारण दूसरे गरीबों को मौका नहीं मिल पा रहा है। अब दो वर्षों से राशन या केरोसिन उठाव नहीं करने वाले ऐसे लाभुकों की छंटनी की तैयारी चल रही है। पीडीएस लाभुकों के आंकड़ों के अनुसार करीब 10 हजार से ज्यादा लाभुक अनाज या केरोसिन नहीं उठाव कर रहें है। इसमें 6300 से ज्यादा सफेद राशनकार्डधारी है। जबकि करीब 4 हजार लाभुक अंत्योदय व पीएच राशनकार्डधारी है। सफेद राशनकार्डधारियों को प्रत्येक माह 2.50 लीटर केरोसिन दिया जाता है, जबकि अंत्योदय व पीएच कार्डधारियों को 35 किलो चावल व उपलब्धता के अनुरूप चीनी देने का प्रावधान है। जबकि कार्डधारियों में सतगांवां में 353, कोडरमा में 1177, डोमचांच में 1926, चंदवारा में 640, मरकच्चो में 1403, नगर पंचायत कोडरमा में 948 तथा झुमरीतिलैया में 1567 से अधिक लाभुक राशन व केरोसिन नहीं ले रहें है। ::::::::जिले में जनसंख्या से ज्यादा है राशनकार्डधारी:::::::::
कोडरमा: जिले में राशनकार्डधारियों की संख्या पर गौर किया जाय तो जनसंख्या से ज्यादा कार्डधारी है। जिले में पिछले जनगणना के अनुसार करीब 1.16 लाख परिवार है। जबकि जिले की जनसंख्या करीब 7.30 लाख है। वहीं राशनकार्डधारियों की संख्या करीब 1.24 लाख है। इसमें 100653 पीएच व अंत्योदय कार्डधारी परिवार व 23235 सफेद राशनकार्डधारी परिवार है। ऐसे में कार्डधारी परिवारों की संख्या करीब 1.24 लाख होगी। वहीं नये राशनकार्ड के लिए हजारों आवेदन भी जिला आपूर्ति कार्यालय में लंबित पड़ा है। जबकि हर पंचायत में शिकायत यह है कि बड़ी संख्या में संपन्न लोग राशनकार्ड पर कब्जा जमाये है। ऐसे में जरूरतमंद को लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। ::::::::::नवंबर तक सरेंडर करें राशनकार्ड:डीएसओ::::::::
कोडरमा::जिला आपूर्ति विभाग ने नवंबर माह तक संपन्न लोगों को राशनकार्ड सरेंडर करने का अल्टीमेटम दिया है। बावजूद कार्ड सरेंडर नहीं करने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। यहां तक की संपन्न लोगों द्वारा राशन उठाव के मामले पाये जाने पर जुर्माने के साथ राशि भी वसूली जाएगी। जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजेश कुमार के अनुसार नवंबर तक समय-सीमा पूरा होने के बाद सघन रूप से कार्ड का सत्यापन करवाया जाएगा। जो लोग दो वर्षों से राशन व केरोसिन का उठाव नहीं कर रहें है, उनकी छटनी की जाएगी। वहीं संपन्न लोगों द्वारा अनाज उठाये जाने पर जुर्माना वसूली के साथ कार्रवाई की जाएगी। :::::::::::6 पंचायतों में चल रहा सत्यापन:::::::
कोडरमा: राशनकार्ड में संपन्न लोगों को चिह्नित करने के लिए 6 पंचायतों में सत्यापन का काम चल रहा है। सभी प्रखंडों में एक-एक पंचायत को चिह्नित कर एमओ को सत्यापन का जिम्मा सौंपा गया है। इसमें कोडरमा प्रखंड अंतर्गत गझंडी, डोमचांच के तेतरियाडीह, सतगांवां के बासोडीह, के अलावा दोनों शहरी क्षेत्रों का एक-एक वार्ड शामिल है। हालांकि प्रखंडों के अधिकारी सत्यापन में सक्रियता नहीं दिखा रहें है, जिससे सत्यापन का काम अधर में लटका है।