सवा लाख से एक लड़ाऊं, तभी गोविद सिंह नाम कहाऊं
सवा लाख से एक लड़ाऊं तभी गोविद सिंह नाम कहाऊं संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) शहर के रांची-पटना रोड स्थित गुरुद्वारा गुरुनानक
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): शहर के रांची-पटना रोड स्थित गुरुद्वारा गुरुनानकपुरा में बुधवार की रात सिख समाज के 10वें गुरु गुरुगुरुगोविद सिंह जी का 453वां जन्मोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम को ले दीवान सजाया गया। रात्रि 10 से गुरुवार की सुबह 4 बजे तक शबद कीर्तन एवं प्रवचन से गुरुद्वारा परिसर गूंजता रहा। कार्यक्रम के बीच-बीच लोग में जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल एवं सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियों से मैं बाज लड़ाऊं तभी गोविद सिंह नाम कहाऊं.. जयकारे लगा रहे थे। मौके पर कथावाचक संत कुलदीप सिंह बग्गा एवं महेंद्र सिंह भाटिया ने कहा कि दसवें गुरु ने समाज में प्रेम और भाईचारा व एकता का संदेश दिया। पूरी दुनियां आज गुरुगोविद सिंह के सिद्धांतों पर चल रही है। अमृतपान की परंपरा पंजप्यारे द्वारा चलाकर खालसा पंथ की स्थापना की थी। शबद कीर्तन जसवीर कौर, चरणजीत कौर, कोमल कौर, रीत अजमानी ने प्रस्तुत की। देर रात 1.40 बजे जन्मोत्सव पर आतिशबाजी की गई। जन्मोत्सव को लेकर गुरुद्वारा परिसर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई। ज्ञात हो कि कई श्रद्धालु भक्त पटना स्थित हरमेंद्र साहेब के दर्शन के लिए रवाना हुए। इसी मद्देनजर झुमरीतिलैया में 28 से 30 जनवरी तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। गुरुद्वारा गुरुनानकपुरा के प्रधान सरदार बलवीर भाटिया, सचिव महेंद्र सिंह भाटिया, कोषाध्यक्ष हरीश होरा ने बताया कि 28 जनवरी को विनोद कुमार व सुनीता देवी द्वारा अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा। पहली बार हिदू धर्म के लोग भी अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा सिख समाज ने की है। मौके पर ग्रंथी राजा सिंह, गुरजीत सिंह भाटिया, सोनू जग्गी, दर्शन सिंह भाटिया, रोमी भाटिया, राजू अजमानी, गोल्डन सिंह, गोल्डी भाटिया, जानू भाटिया, बलवंत सिंह लांबा, सन्नी भाटिया, जीत सिंह भाटिया, इंद्रजीत सिंह कालरा, इंद्रपाल सिंह, गोविद सिंह कालरा, जसमित कालरा, हरजीत सिंह सलूजा, जसवंत छाबड़ा, टीटू अजमानी, हजारीलाल सोनी, सोनू भाटिया, रम्मी भाटिया, चरणजीत कौर, जसवीर कौर, प्रीतम कौर, प्रीति कौर, दवींद्र कौर, चंदीप कौर आदि उपस्थित थीं।