मांगों को लेकर आंदोलित हुए साक्षरताकर्मी
करीब दस माह से बंद साक्षर भारत अभियान के कारण इस अभियान से जुड़े लोगों के समक्ष विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। जबकि अभियान बंद होने से शतप्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य भी अधर में लटक गया है। इधर, कई माह से सरकार से मांग करने वाले राज्य के साक्षरता प्रेरक संघ अब आंदोलित हो गये है
कोडरमा: करीब दस माह से बंद साक्षर भारत अभियान के कारण इस अभियान से जुड़े लोगों के समक्ष विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। जबकि अभियान बंद होने से शत प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य भी अधर में लटक गया है। इधर, कई माह से सरकार से मांग करने वाले राज्य के साक्षरता प्रेरक संघ अब आंदोलित हो गए हैं। सोमवार को दर्जनों की संख्या में विभिन्न जिलों से पहुंचे संघ के प्रतिनिधि शिक्षा मंत्री आवास के समक्ष धरना का मन बनाया था, लेकिन पुलिस के रोके जाने के बाद समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। लोगों ने सरकार के रवैये पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। समाहरणालय के समक्ष संघ के राज्य अध्यक्ष संजय ¨सह की अध्यक्षता में धरना दी गई। इस मौके संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार के रवैये व गलत नीतियों के कारण वर्षों से कार्यरत हजारों साक्षरता कर्मी भुखमरी के कगार पर है। तन-मन से साक्षर भारत अभियान को सभी कर्मी लक्ष्य के अनुरूप पूरा कर रहे थे, लेकिन पिछले अप्रैल माह से अचानक अभियान को बंद कर दिया गया। इससे कर्मियों का भुगतान तक लटक गया है। लोगों ने शिक्षा मंत्री ने उनकी स्थिति पर विचार करते हुए अधिकार देने की मांग की। धरना का संचालन राज्य सलाहकार सह गिरिडीह जिला सचिव अनिल कुमार वर्मा ने किया। धरना में गोड्डा, देवघर, दुमका गढ़वा, गिरीडीह के बड़ी संख्या में साक्षरता कर्मियों ने भाग लिया। धरना में श्रवण कुमार, बालेश्वर यादव, सच्चिदानंद तिवारी, विनोद कुमार, भरत पांडे, निशार खान, अंजू सोनी, आदर्श कुमार, टुनटुन कुमार, जुगलाल शर्मा, महेंद्र चौधरी, गो¨वद यादव, मनोज कुमार, निरंजन कुमार ठाकुर, उदय प्रसाद, मनीष कुमार निराला, संगीता कुमारी, अनीता कुमारी, रुकसाना खातून, गुड़िया कुमारी, काजल कुमारी सिन्हा, दसरथ पंडित, लक्ष्मण मंडल, सुनीता गुप्ता, अर्चना कुमारी, शीलू कुमारी, सीताराम दास, नीलकंठ कुशवाहा, गणेश दास, प्रदीप यादव, बबलू कुमार साहू, रवींद्र कुमार वर्मा, नरेश साव, राजू कुमार, शेखर महतो, महेश मोदी, दिलीप पांडे सहित अन्य कर्मी शामिल हुए।
::::::::::ये है साक्षरता कर्मियों की मांगें:::::::::
कोडरमा: साक्षरता कर्मियों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन भी शिक्षा मंत्री के नाम जिले के पदाधिकारियों को दिया। मांगों में सेवा विस्तार कर नियमित करने, सरकार के अन्य कार्यक्रमों में समायोजन करने, कर्मियों को सम्मान जनक मानदेय देने, लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब करने, योजना झारखंड के सभी जिलों मे लागू करने की मांग शामिल है।