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सड़क सुरक्षा नियमों की उड़ रही है धज्जियां

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के बाद भी सड़क हादसे में कमी नहीं आ रही है। आए दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषकर कोडरमा-तिलैया, चंदवारा-तिलैया डैम, कोडरमा घाटी, कोडरमा-डोमचांच आदि क्षेत्रों में सड़क हादसे में कईयों की जान चली गई तो कई अभी भी अस्पतालों में इलाजरत हैं, तो कुछ अपंग हो चुके हैं। सरकार सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर तो है, पर •िाला प्रशासन की ढीले रवैये और अभिभावक के नजर अंदाजी के इन कारण इन दिनों सड़क हादसे में तेजी आई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Oct 2018 07:37 PM (IST)Updated: Thu, 04 Oct 2018 07:37 PM (IST)
सड़क सुरक्षा नियमों की उड़ रही है धज्जियां
सड़क सुरक्षा नियमों की उड़ रही है धज्जियां

कोडरमा: सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के बाद भी सड़क हादसे में कमी नहीं आ रही है। आए दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषकर कोडरमा-तिलैया, चंदवारा-तिलैया डैम, कोडरमा घाटी, कोडरमा-डोमचांच रोड आदि क्षेत्रों में सड़क हादसे में कईयों की असमय मौत हो रही है। सरकार सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर तो है, पर जिले में इसके निर्देशों के अनुपालन में सुस्ती के कारण सड़क सुरक्षा के प्रयासों के सार्थक परिणाम नहीं आ रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जीप, बस, ऑटो सहित अन्य सवारी गाड़ियों में क्षमता से अधिक सवारी बैठाए जा रहे हैं। वहीं बाइक सवारों पर स्टंट ड्राइ¨वग और ट्रिपल लोड को भी कोई देखनेवाला नहीं है। जिला मुख्यालय के सामने से छोटी सवारी गाड़ियां, बसें बेधड़क गाड़ियों के ऊपर सवारियों को बिठा कर ले जाते दिखाई पड़ते हैं, पर सड़क सुरक्षा शायद ही कभी ऐसे मामलों के प्रति गंभीरता दिखाती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद आबादी वाले क्षेत्रों में प्रेशर हॉर्न इतनी तेज आवान में बजाये जाते हैं की आदमी सहम जाता है। सड़क सुरक्षा के लिये सरकार के द्वारा सभी जिलों में रोड सेफ्टी टीम गठित की गई है, जो सिर्फ सड़क सुरक्षा सम्बन्धी कार्य करती है, पर जिले में रोड सेफ्टी की टीम पूरी तरह मुस्तैद नहीं है। :::: सड़क हादसे की ये है वजह ::::

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जिले में आये दिन हो रहे सड़क हादसे में जहां प्रशासन की उदासीनता सामने आती है, वहीं कई मामलों में अभिभावकों द्वारा अपने नाबालिग बच्चों को उनके जिद और प्यार में मोटरसाइकिल-फोर व्हीलर चलाने की अनुमति देना भी। वाहन चलाने में लापरवाही ज्यादातर कम उम्र के युवाओं में देखी जाती है। ट्रैफिक की है समस्या

जिले के हृदय स्थल झुमरीतिलैया में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं रहने से काफी भीड़-भाड़ की स्थिति बनी रहती है। छोटे प्राइवेट वाहन पार्किंग सुविधा नहीं रहने के कारण जहां-तहा खड़े किये जाते हैं तो ऑटो रिक्शा बेतरतीब खड़ी रहती है। जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है। बड़े वाहनों के लिये कोडरमा लोकाई बायपास रोड बनाया गया है, पर ज्यादातार बड़े वाहन ट्रक कोडरमा बाजार से ही गुजरते हैं, जिस कारण कोडरमा बाजार में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं झुमरीतिलैया शहर में नो इंट्री का पालन नहीं हो पा रहा है। दिन के व्यस्त समय में भी रैक प्वाइंट से वाहन कोडरमा स्टेशन, अड्डी बंगला रोड होकर गुजरते हैं।

:::::::::::: क्या कहते हैं प्रभारी डीटीओ::::::::::::

मामला संज्ञान में आने के बाद सवारी गाड़ियों में क्षमता से अधिक सवारी बैठानेवालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं वाहनों में प्रेशर हॉर्न खुलवाने और ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा।

संतोष कुमार, प्रभारी डीटीओ, कोडरमा।


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