बसंत पंचमी को ले प्रतिमाओं को दिया जा रहा अंतिम स्वरूप
पूरे अभ्रकांचल क्षेत्र में सरस्वती पूजा की तैयारी जोरों पर है। झुमरीतिलैया के अलावा चाराडीह में राजस्थान से आये कलाकार दिनरात मूर्ति को मूर्तरूप देने में लगे हैं। शहर के पुराने मूर्तिकार जहां मिट्टी से बनी मूर्तियों को जीवंत रूप देने में लगे हैं, वहीं राजस्थान के पाली से आये मूर्तिकार पेरिस ऑफ प्लास्टर से बनी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं।
झुमरीतिलैया (कोडरमा): पूरे अभ्रकांचल क्षेत्र में सरस्वती पूजा की तैयारी जोरों पर है। झुमरीतिलैया के अलावा चाराडीह में राजस्थान से आये कलाकार दिनरात मां सरस्वती की प्रतिमाओं को तैयार करने में लगे हैं। शहर के पुराने मूर्तिकार जहां मिट्टी से बनी मूर्तियों को जीवंत रूप देने में लगे हैं, वहीं राजस्थान के पाली से आये मूर्तिकार प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। जिले के झुमरीतिलैया, मरकच्चो, डोमचांच, सतगावां, चंदवारा, जयनगर, कोडरमा इलाके के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों, शिक्षण संस्थाओं एवं कई सामाजिक संगठनों के द्वारा गली-मुहल्लों में प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाएगी। पूजा पंडालों के समीप सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भक्ति संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। इधर, सरस्वती पूजा को लेकर पंडाल के साथ-साथ बैंडबाजा की बु¨कग की गई है। शहर में पूजा को लेकर पूजन सामग्री एवं फल भी उतर चुके हैं। राजस्थान पाली से आये मूर्तिकार केशा राम व गीता देवी ने बताया कि गत दो वर्षों से वे चाराडीह में आकर पेरिस ऑफ प्लास्टर से बनी मूर्तियों को बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि साढ़े तीन फीट की प्रतिमा 3000 एवं 5 व 6 फीट की प्रतिमा 3500 रुपये में बेची जा रही है।