916 करोड़ की बैं¨कग योजनाएं तैयार
कोडरमा: जिला स्तर पर 916 करोड़ की बैं¨कग योजनाएं तैयार कर ली गई है। योजनाओं का लाभ आम आवाम को मिल सके, इसके लिए दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष विभिन्न योजनाओं में बैंकों की भूमिका असंतोषजनक रही है। लिहाजा इस वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुसार कार्य हो सके इसके लिए मंगलवार को जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की विशेष बैठक की गई।
कोडरमा: जिला स्तर पर 916 करोड़ की बैं¨कग योजनाएं तैयार कर ली गई है। योजनाओं का लाभ आम आवाम को मिल सके, इसके लिए दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष विभिन्न योजनाओं में बैंकों की भूमिका असंतोषजनक रही है। लिहाजा इस वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुसार कार्य हो सके इसके लिए मंगलवार को जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की विशेष बैठक की गई।
बैठक में डीसी भुवनेश प्रताप ¨सह ने योजनाओं की समीक्षा कर चालू वित्तीय वर्ष के तिमाही से लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कार्य करने को कहा गया। पिछले अंतिम तिमाही में जिले में ऋण-जमा अनुपात मात्र 34.66 फीसदी ही रहा था। इसे 40 फीसदी करने का लक्ष्य रखा गया। एलडीएम ने बताया कि जिले में सेवा क्षेत्र में बड़ी इंडस्ट्री नहीं होने के कारण ऋण प्रवाह में वृद्धि संतोषप्रद नहीं है। कृषि क्षेत्र में भी पिछले वित्तीय वर्ष लक्ष्य के विरूद्ध मात्र 40 फीसद ही उपलब्धि रही थी। इसे असंतोषजनक मानते हुए सुधार के दिशा में कई कदम उठाने का निर्देश बैंकों को दिया गया।
वहीं कहा गया कि जिले में केसीसी का लक्ष्य 15000 किसानों को लाभान्वित करने का है। इसके लिए सभी गांवों में कृषक क्लब बनाए जा रहे हैं। कृषक क्लब से आने वाले आवेदनों को स्वीकृत कर किसानों को लाभ देने को कहा गया। वहीं महिला समूहों को अधिक से अधिक लाभ देने को कहा गया।
लापरवाही पर जेएसएलपीएस के डीपीएम से स्पष्टीकरण मांगा
एलडीएम ने बताया कि फिलहाल जिले में 438 स्वंय सहायता समूहों को 4.38 करोड़ रुपये दी गई है। वहीं इस वर्ष 900 महिला समूहों को बैंक से ¨लकेज का लक्ष्य रखा गया है। वहीं कार्य में लापरवाही पर जेएसएलपीएस के डीपीएम से स्पष्टीकरण मांगा गया।
बैठक में डीडीसी आलोक त्रिवेदी, एलडीएम सुधीर शर्मा, नावार्ड के डीडीएम हरिदत्त पोद्दार, बीओआई के एरिया मैनेजर संतोष कुमार, एसबीआई के जिला समन्वयक रमेश प्रसाद ¨सह, अमित बर्मा, बाजार समिति के सचिव अभिषेक आनंद आदि मौजूद थे। :::::::::::: कैशलेस के लिए गांवों में होगा कैंप :::::::::::::
कोडरमा: बैठक में समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि बैंक शाखा अपने क्षेत्रों में गांवों को डिजिटल बनाने में सक्रियता नहीं दिखा रही हैं। यहां तक की पूर्व में दिए गए निर्देशों के बाद भी कहीं कैंप का आयोजन नहीं किया जा रहा है। लिहाजा डीसी ने सभी बैंकों को बीडीओ से समन्वय बनाकर कैंप का आयोजन करने व कैशलेस बनाने के दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया। अगली बैठक के पूर्व इस टास्क को पूरा करने को कहा गया। साथ ही हर गांव में बैं¨कग चौपाल लगाने को कहा गया।
इसके साथ ही मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के लिए सभी शाखाओं को प्रति माह दो-दो आवेदन स्वीकृत करने का लक्ष्य दिया गया।