वर्तमान में मच्छर से बचाव जरूरी: डा. मनोज
जिले के विभिन्न प्रखंडों में फीवर सर्वे कार्यक्रम के तहत 292 बुखार पी
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिले के विभिन्न प्रखंडों में फीवर सर्वे कार्यक्रम के तहत 292 बुखार पीड़ितों की मलेरिया जांच की गई। वैक्टर जनित रोग से पीड़ितों की पहचान के लिए गांवों में सहिया, एमपीडब्लू, एएनएम द्वारा जांच अभियान चलाया गया। इस संबंध में जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि अभी तक कुल 292 बुखार पीड़ितों की मलेरिया जांच की गई। मलेरिया से बचाव के लिए सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र अंतर्गत माइक्रोप्लान के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में डीडीटी का छिड़काव कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान समय में लोगों को मच्छरों से सबसे अधिक बचाव करना है। मलेरिया जांच कार्य के साथ-साथ क्षेत्रों में फाइलेरिया (हाथी पांव) रोगियों का भी खोज किया जा रहा है तथा उसे मोरबिडीटी मैनेजमेंट किट (टब, मग, तौलिया, साबुन एवं एंटी फंगल क्रीम) आदि प्रदान किया जा रहा है। जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों अन्तर्गत कुल 43 फाइलेरिया कीट वितरण किया जा चुका है। फाइलेरिया कीट वितरण के दौरान लोगों को यह संदेश दिया जा रहा है कि क्षेत्र में अगर किसी व्यक्ति को एक पाव में सूजन है तथा दिन प्रतिदिन सूजन बढ़ रहा हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। फाइलेरिया के इलाज हेतु जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इसकी दवा उपलब्ध है। डेंगू से बचाव के लिए नगर परिषद झुमरी तिलैया को फौगिग हेतु किटनाशी दवा (पाइरीथ्रम) जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई है।