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आज व कल मनाई जाएगी जन्माष्टमी, तैयारी पूर्ण

संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि को लेकर इस बार भी पंचांग

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 08:51 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 06:14 AM (IST)
आज व कल मनाई जाएगी जन्माष्टमी, तैयारी पूर्ण
आज व कल मनाई जाएगी जन्माष्टमी, तैयारी पूर्ण

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि को लेकर इस बार भी पंचांग में मतभेद है कुछ पंचांग 11 अगस्त और कुछ 12 अगस्त को जन्माष्टमी बता रहे हैं। हालांकि शहर के प्रमुख मंदिरों के पंडितों की माने तो गृहस्थ लोग 11 को और वैष्णव संप्रदाय के लोग 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। पुजारी प्रभाकर झा ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। ऐसे में इस बार नक्षत्र और तिथि एक साथ नहीं मिल रहा है। अष्टमी तिथि 11 अगस्त को सुबह 6:15 बजे से लग जाएगी। इसमें पूरे दिन और रात तक रहेगी। इसी कारण कुछ लोग 11 अगस्त और कुछ लोग 12 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे। 12 अगस्त को सरकारी छुट्टी भी घोषित है। इधर झुमरी तिलैया के खुदरा पट्टी स्थित श्री मनहरण हनुमान कुटिया मंदिर में छ दिवसीय झूलन उत्सव की भी शुरुआत होगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कार्यक्रम को सादगी के साथ मनाया जाएगा। भीड़ न लगे इसके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। वही श्री सत्यनारायण मंदिर में भी जन्माष्टमी का कार्यक्रम होगा। शहर के स्टेशन रोड स्थित हनुमान मंदिर हड्डी बंगला रोड स्थित श्री संकट मोचन मंदिर श्याम मंदिर विद्यापुरी स्थित श्रीराम मंदिर में ओम संकीर्तन मंडल के द्वारा 27 वां वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। अध्यक्ष प्रो. बीएनपी वर्णवाल संचालक सत्येंद्र सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष कार्यक्रम सवा 13 घंटे के बजाय सवा 5 घंटे का ही कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान शारीरिक दूरी के साथ-साथ मास्क का प्रयोग करने वाले श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। झुमरी तिलैया के कई निजी निवास स्थानों पर भी कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भगवान कृष्ण के बालस्वरूप के अलावा सज्जा की जा रही है। भगवान का प्रिय भोग मक्खन मिश्री के अलावा पंजीरी एवं विभिन्न तरह के फलों को अर्पण किया जाएगा। इधर जन्माष्टमी को लेकर तिलैया के पूजन सामग्री दुकानों मनिहारी दुकानों मे श्री कृष्ण के भी मोर पंख, बांसुरी, झूले परिधान,मुकुट पगड़ी, सजाकर बेचे जा रहे हैं। स्टील और शीशे के बने आकर्षक झूले भी लुभा रहे हैं। विग्रह को लेकर छोटे-छोटे परिधानों की मांग बढ़ी है। इधर जन्माष्टमी को लेकर इस वर्ष निजी विद्यालयों में होने वाले कृष्ण सज्जा प्रतियोगिता पर ब्रेक लगा है। स्कूल में बंदी है ऐसे में बच्चों की प्रतिभा इस वर्ष कुछ विद्यालयों के द्वारा ऑनलाइन जूम एप के जरिए सार्थक करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जन्माष्टमी को लेकर शहर के बाजारों में खीरा 60 से 80 रुपये किलो बिका।

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