महिला व बाल व्यापार रोकथाम को ले कार्यशाला
हिला एवं बाल व्यापार के रोकथाम एवं पुनर्वास कार्यक्रम के तहत स्वंय सेवी संस्था जन विकास केन्द्र एवं होली फैमिली सेवा सदन के तत्वावधान में डोमचांच प्रखंड के जंगली गांव बगाखलार पंचायत भवन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से स्थानीय मुखिया विशुनी देवी
कोडरमा: महिला एवं बाल व्यापार के रोकथाम एवं पुनर्वास कार्यक्रम के तहत स्वंय सेवी संस्था जन विकास केन्द्र एवं होली फैमिली सेवा सदन के तत्वावधान में डोमचांच प्रखंड के जंगली गांव बगाखलार पंचायत भवन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से स्थानीय मुखिया विशुनी देवी, पंचायत समिति सदस्य मनोज दास एवं वार्ड सदस्य मौजूद थे। मुखिया ने कहा कि ग्रामीणों को जागरूक होकर ही बाल व्यापार, बालश्रम पर रोक लगाया जा सकता है। इसके लिए बच्चों के शिक्षा के प्रति सभी को गंभीर होने की जरूरत है। तभी जंगली पंचायत पूरी तरह बालश्रम मुक्त बन पाएगा। जन विकास केन्द्र की सिस्टर बेलेशी ने कहा कि अशिक्षा के कारण ही महिला एवं बाल व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है। बिचौलिये आसानी से झांसे में लेकर बच्चों का व्यापार करते है। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों को शिक्षित बनाने की अपील की। पंसस मनोज कुमार ने कहा कि जिला को मानव तस्करी एवं बाल मजदूरी से मुक्त बनाने का दायित्व सभी का है। जंगली क्षेत्र के लोगों को बच्चों को रोजगार के बजाय स्कूल पहुंचाने की जरूरत है, तभी आने वाली पीढ़ी सशक्त होगी। कार्यक्रम में उपस्थित जन विकास केन्द्र के सुरेश कुमार, सेवा सदन होली फैमिली की सिस्टर लीला जोश, सुनील कुमार दास, मुन्नाभाई, रामनन्दन ¨सह, फ्रांसिस मुर्मू के अलावा दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।