मानवाधिकार हनन पर आवाज उठाने का लिया संकल्प
कोडरमा में मानवाधिकार के हनन के मुद्दे पर वर्णवाल सेवा सदन में पीयूसीएल सदस्यों की बैठक सोमवार को हुई। बैठक में मुख्य रुप से संयोजक अधिवक्ता रणधीर कुमार ¨सह उपस्थित हुए। कोडरमा पिछडा एवं नक्सलवाद से ग्रस्त जिला है जो जंगलों से घिरा होने के कारण मानवाधिकार हनन के कई मुद्दे सामने आते हैं परन्तु इस पर आवाज उठाने हेतु कोई भी संगठन कार्यरत नहीं है। इसी संदर्भ में कोडरमा में पी यू सी एल का गठन किया गया।
कोडरमा: कोडरमा में मानवाधिकार के हनन के मुद्दे पर वर्णवाल सेवा सदन में पीयूसीएल सदस्यों की बैठक सोमवार को हुई। बैठक में मुख्य रूप से संयोजक अधिवक्ता रणधीर कुमार ¨सह उपस्थित हुए। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोडरमा पिछड़ा एवं नक्सलवाद से ग्रस्त जिला है जो जंगलों से घिरा होने के कारण मानवाधिकार हनन के कई मुद्दे सामने आते हैं परन्तु इस पर आवाज उठाने हेतु कोई भी संगठन कार्यरत नहीं है। इसी संदर्भ में कोडरमा में पीयूसीएल का गठन किया गया। बैठक में सदस्यों ने प्रशासन द्वारा मानवाधिकार हनन पर मुख्य रूप से आवाज उठाने का संकल्प लिया। संगठन को सुचारू रूप से चलाने एवं संगठन विस्तार हेतु प्रो विनोद कुमार एवं आर के बसंत सह संयोजक नामित किये गये। रांची में 29 एवं 30 सितंबर को प्रेस क्लब में आयोजित सम्मेलन जिसमें 4 राज्यों झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा की भागीदारी हो रही है। इस सम्मेलन में कोडरमा में गठित पीयूसीएल के सदस्यों की उपस्थिति पर चर्चा की गई एवं कुछ सदस्यों द्वारा रांची जाने पर हामी भरा गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्व सैनिक शंभू नाथ पांडेय ने की, जबकि संचालन आरके बसंत ने किया। बैठक में अधिवक्ता प्रदीप कुमार अधिवक्ता ईश्वरी राणा, महावीर शर्मा, धीरज यादव, अमित सहाना, बहादुर प्रसाद यादव, सत्यदेव प्रसाद, रंजीत कुमार आदि उपस्थित हुए।