विपक्षी दल कानून को लेकर फैला रहे भ्रम
नागरिकता कानून संशोधन 2019 के समर्थन में रविवार को कोडरमा के गांधी चौक के पास नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। भाजपा नगर इकाई की ओर से आयोजित इस नुक्कड़ सभा में नागरिकता कानून संशोधन से जुड़ी बाते लोगो को बताया गया और उन्हे यह समझाने का प्रयास किया गया कि इस संशोधन से देश में रह रहे किसी भी जाति या धर्म के लोगो को परेशानी नही होगी।
संवाद सहयोगी, कोडरमा: नागरिकता कानून संशोधन 2019 के समर्थन में रविवार को कोडरमा के गांधी चौक के पास नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। भाजपा नगर इकाई की ओर से आयोजित इस नुक्कड़ सभा में नागरिकता कानून संशोधन से जुड़ी बाते लोगों को बताया गया और उन्हें यह समझाने का प्रयास किया गया कि इस संशोधन से देश में रह रहे किसी भी जाति या धर्म के लोगो को परेशानी नहीं होगी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष रामचंद्र सिंह थे। नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए रामचंद्र सिंह ने कहा कि एनआरसी, सीएए और एनआरपी से कानून से देश में रह रहे लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं बल्कि यह कानून दूसरे देशों में रहने वाले लोगो के हितों की रक्षा और ऐसे लोगो की सुरक्षा के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत विपक्षी राजनीति दल कानून के प्रति लोगों को दिगभ्रमित कर देश में अराजकता और भय का माहौल पैदा कर रहे है और इसी भ्रम के कारण लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में पथराव कर रहे है और सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। नक्कड़ नाटक में मौजूद वक्ताओं ने लोगों को नागरिकता कानून में संशोधन की बारिकियां बतायी गई और इसके हर पहलु से लोगों को अवगत कराया गया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार पड़ोसी देशों में बतौर रिफ्यूजी रह रहे लोगो के शोषण और अत्याचार के खिलाफ इस बिल को लाया है ताकि ऐसे लोगों को शोषण से बचाया जा सके। नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष गोपाल कुमार गुतुल ने किया। गोपाल कुमार गुतुल ने कहा कि भाजपा नागरिकता कानून में संशोधन को लेकर लोगो को जागरूक कर रही है ताकि जो भ्रम लोगो के बीच फैलाया गया उसे दूर किया जा सके और इस संशोधन को लेकर लोगों के बीच एकराय कायम और देश में शांतिपूर्ण माहौल स्थापित हो। इस मौके पर महामंत्री नितेश चंद्रवंशी, राजकुमार यादव, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष बैजनाथ यादव, सुजीत सिन्हा, शंकर सिंह, दिलीप सिन्हा, रवि राम, देवेंद्र कुमार, शंकर सिंह, विश्वनाथ सिंह, रवि प्रसाद सिन्हा, अंबिका प्रसाद आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।