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यहां मोबाइल पर बात करने के लिए जाना पड़ता है दस किलोमीटर दूर

Mobile Network. कोडरमा के सतगांवां प्रखंड के दो दर्जन गांवों का बुरा हाल है डिजिटल दौर में वे दस किलोमीटर सफर तय कर बासोडीह बाजार जाकर मोबाइल पर बात कर‍ते हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 08:41 AM (IST)Updated: Tue, 05 Mar 2019 08:41 AM (IST)
यहां मोबाइल पर बात करने के लिए जाना पड़ता है दस किलोमीटर दूर
यहां मोबाइल पर बात करने के लिए जाना पड़ता है दस किलोमीटर दूर

कोडरमा, [अजीत कुमार]। डिजिटल सिस्टम के इस दौर में भी गांवों तक संचार सुविधा नहीं होना चिंताजनक है। वह भी जंगली व उग्रवाद प्रभावित इलाकों में ऐसी समस्या ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। जिले के सतगांवां प्रखंड के एक दर्जन गांव आज भी संचार सुविधाओं से नहीं जुड़ पाए हैं। ऐसे में डिजिटल गांव के सपना को करारा झटका लग रहा है।प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित राजावर व कोठियार के दो दर्जन गांवों की स्थिति सर्वाधिक ङ्क्षचताजनक है। जबकि अन्य सुदूरवर्ती गांवों में भी नेटवर्क की समस्या गंभीर है।

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प्रखंड मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित इन गावों में मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है। इससे ग्रामीणों को बात करने के लिए 10 किलोमीटर तक चलकर बासोडीह बाजार आना पड़ता है। यह स्थिति तब है जब गांवों को डिजिटल बनाने का अभियान जिले में शुरू की गई है। इतना ही नहीं, उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने के कारण राजावर में स्थापित पुलिस पिकेट में पदस्थापित अधिकारियों व जवानों को भी नेटवर्क की समस्या के कारण भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। गांवों में रोजगार की कमी के कारण अधिकतर युवा वर्ग के लोग अन्यत्र शहरों में काम-काज करते हैं, लेकिन अतिआवश्यक होने के बाद भी परिजनों से संपर्क स्थापित नहीं हो पाता है।

इधर, राजावर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों ने भी इस समस्या से प्रशासन को अवगत करा दिया है। यहां तक कि इंटरनेट की सुविधा खासा समस्या उत्पन्न कर रही है। वर्तमान समय में भी जवानों को अपने परिजनों से संपर्क करने में भी समस्या आती है। वहीं नियमित इंटरनेट की कमी के कारण हर तरह के कार्य, जरूरी सूचनाएं आदान-प्रदान में कठिनाई हो रही है। ग्रामीणों ने भी इस समस्या से निजात के लिए प्रशासन से अविलंब कदम उठाने की मांग की है।

लोगों का कहना है कि दूसरे रोजी रोजगार के लिए जाने के बाद सबसे गंभीर समस्या परिजनों से संपर्क का होता है। गांवों में नेटवर्क नहीं रहने के कारण परिवार के लोगों से जरूरत पडऩे पर बात नहीं कर पाते हैं। कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। बहरहाल, जंगली गांवों में नेटवर्क सुविधा की कमी लोगों के लिए इस दौर में भारी संकट का कारण बन रहा है।

यह हाल तब है जब राज्य सरकार के स्तर से सतगांवां के अधिकतर गांवों में सुविधा बहाल करने के लिए प्राथमिकता सूची में रखा गया है। राजाबर पंचायत के मचरामो निवासी कलवा देवी, जठाडीह निवासी रामोतार राय, मचरामो निवासी कोठियार परमेश्वर मुसहर, जानकी राय कोठियार निवासी सोमर राय, बंधन राय आदि ने कहा कि नेटवर्क की समस्या गंभीर है। गांव में कई लोग बाहर काम करने गए हुए हैं। उनसे संपर्क करना हो तो करीब 10 किलोमीटर का सफर तय कर बासोडीह जाना पड़ता है। ऐसे में काफी समस्या उठानी पड़ रही है।

जल्द दूर होगी समस्या : ईडीएम

सतगांवां : सतगांवां में संचार व्यवस्था के संबंध में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर राजदेव महतो ने कहा कि हाल के दिनों में नेटवर्क कंपनियों के प्रतिनिधियों से बैठक कर सतगांवां में संचार व्यवस्था के लिए टावर लगाने को कहा गया है। वहीं बीएसएनएल द्वारा केबल बिछाई गई थी, लेकिन रोड निर्माण कार्य के कारण क्षतिग्रस्त होने की बात कही जा रही है। वहीं राजावर पंचायत तक हाई नेट बहाल के लिए फाइबर केबल बिछाई गई है। बीएसएनएल को नेटवर्क सुविधा पंचायत मुख्यालय में बहाल का निर्देश उपायुक्त स्तर से दी गई है। अगले माह तक समस्या काफी हद तक दूर कर ली जाएगी। नवादा से ओवरहेड केबल नेटवर्क कंपनियों द्वारा सतगांवां लाया जा रहा है।


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