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कोई भी बच्चा अनाथ ना हो, इस सोच के साथ काम करें शिक्षक : डीसी

संवाद सहयोगी कोडरमा जिले में शत-प्रतिशत लोगों का कोविड का टीकाकरण के लिए जिले के

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 07:18 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 07:18 PM (IST)
कोई भी बच्चा अनाथ ना हो, इस सोच के साथ काम करें शिक्षक : डीसी
कोई भी बच्चा अनाथ ना हो, इस सोच के साथ काम करें शिक्षक : डीसी

संवाद सहयोगी, कोडरमा : जिले में शत-प्रतिशत लोगों का कोविड का टीकाकरण के लिए जिले के 750 सरकारी शिक्षकों से आनलाइन वीडियो काल के माध्यम से बात करते हुए उनकों आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शिक्षकों को कहा कि अपने क्षेत्र के कोई बच्चा अनाथ न हो इस सोच के साथ कार्य करें। उपायुक्त ने कहा कि शिक्षक शिक्षण कार्य के साथ-साथ समाज गढ़ने का भी कार्य करते हैं। समाज के वे सबसे बुद्धिजीवी होते हैं। ऐसे में कोविड त्रासदी के समय उनकी जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। जिला प्रशासन उनसे अपेक्षा करता है कि इस महामारी के समय में वे लोगों को कोविड वैक्सीन अनिवार्य रूप से लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी बनने के पूर्व कुछ माह के लिए वे शिक्षक के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। वे बखूबी जानते हैं कि शिक्षक की भूमिका समाज के लोगों को भ्रांतियों से दूर कर जागरूक करना भी होता है। टीकाकरण के लाभ को लोगों के बीच साझा करें :

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डीसी ने शिक्षकों से कहा कि कोरोना से लड़ने या बचने का सबसे कारगर हथियार टीका ही है। शिक्षक अपने अपने क्षेत्र में जाएं और बताएं कि आनेवाले दिन में टीका ही उन्हें कोरोना से सुरक्षित रखेगा। टीकाकरण हो जाने का ये मतलब कतई नहीं है कि उन्हें कोरोना का संक्रमण नही होगा। संक्रमण होगा लेकिन वे गंभीर स्थिति में नहीं जाएंगे। उनकी मृत्यु कोरोना से नहीं होगी। बगैर हॉस्पिटल गए वे घर पर ही स्वस्थ हो जाएंगे। झोलाछाप डाक्टर से दूर रहकर अफवाहों से बचें :::::::

उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कुछ झोला छाप डॉक्टर अपने निजी आर्थिक हितों की पूर्ति के लिए कोरोना के बजाय टायफाइड बीमारी होने का दावा कर रहे हैं जो गलत है। शिक्षक अपने क्षेत्र के घर घर जाएं और लोगों को जागरूक करते हुए कोविड जांच के लिए प्रेरित करें और पॉ•िाटिव होने पर ससमय चिकित्सकों से सलाह लेकर इलाज शुरू करने के लिए जागरूक करें। दोनों तरह का टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर :

उपायुक्त ने बताया कि कोवैक्सीन और कोविशिल्ड दोनों ही वैक्सीन को देश के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों ने कई चरणों के प्रयोग के बाद बनाया है। यह काफी असरदायी और सुरक्षित है। साथ ही कोरोना के हरेक वैरिएंट से लड़ने में सक्षम है। दोनों वैक्सीन का दूसरा डोज लेना अनिवार्य है। टीकाकरण चौपाल में शिक्षक लोगों को जागरूक करें :

उपायुक्त ने बताया कि 45 आयु वर्ग के लोगों का शतप्रतिशत टीका हो इसके लिए गांव और पंचायत स्तरीय टीकाकरण चौपाल लगाया जा रहा है। शिक्षक इस चौपाल में अपनी प्रत्यक्ष भागीदारी देते हुए लोगों को अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें।

:::::::हमारा पंचायत, हमारी जिम्मेवारी में शिक्षक अपनी भूमिका निभाएं:::::::::

हमारी पंचायत, हमारी जिम्मेदारी अभियान के तहत टीकाकरण चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। जिलास्तर के पदाधिकारी के साथ पंचायत प्रतिनिधि, गांवों के प्रबुद्ध •ान, युवा, शिक्षक एवं विभिन्न कर्मियों की एक पंचायत स्तरीय समिति का गठन पंचायत में ही बैठकर किया जाएगा। घर घर सर्वे, मतदाता सूची एवं टीकाकरण रजिस्टर के माध्यम से टीकाकरण से छूटे हुए व्यक्तियों की सूची बनाना है। यह टीम अफवाह फैलाने वालों को चिह्नित करने के साथ-साथ वैक्सीन के प्रति भी लोगों को प्रेरित करेगा। :::::::::नगर निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक::::::::::::

उपायुक्त रमेश घोलप ने टीका को लेकर नगर के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रचार-प्रसार तेज करने का निर्देश दिया। इसके लिए सभी वार्डों में डोर-टू-डोर अभियान चलाकर लोगों को प्रेरित करने को कहा गया। इसके अतिरिक्त गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों व जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए लोगों को जागरुक करते हुए शत्-प्रतिशत टीकाकरण से आच्छादित करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि चौपाल के माध्यम से लोगों को टीकाकरण हेतु जागरूक करें।


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